अल्लाह के वलियों की बारगाह दिल को सुकून अता करती है और दिली तमन्ना को पूरा करती है । सज्जादानशीन विजय कुमार जैन
आगरा। ईदगाह कटघर कब्रिस्तान स्थित दरबार ए मरकज मुर्शिद, दरगाह आले पंजतनी पीर अलहाज तसद्दुक हुसैन अलमारूफ रमज़ान अली शाह चिश्ती साबरी रहमतुल्लाह अलैह के मजार ए मुकद्दस पर सभी धर्मो के लोगों ने अकीदत और मुहब्बत के साथ मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर कलियरी के कुल शरीफ के मुबारक मौके पर तोशा शरीफ पर फातिहा ख्वानी चादर पोशी , गुलपोशी व इत्र पेश करके दिली मुरादे मांग कर हुज़ूर मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर कलियरी व दादा हुजूर हजरत सय्यद मुख्तार हुसैन शाह संदीलवी रहमतुल्लाह अलैह की बारगाह में मुल्क के अमन चैन , हाजरीन मुरीदीन की फलाहियत की दुआ दरगाह के सज्जादानशीन जैनुल आब्दीन उर्फ विजय कुमार जैन ने की ।
दरगाह आले पंजतनी पीर अलहाज तसद्दुक हुसैन अलमारूफ रमज़ान अली शाह चिश्ती साबरी के सज्जादानशीन जैनुल आब्दीन उर्फ विजय कुमार जैन ने दुआ के मौके पर कहा कि बुजुर्गो के कुल शरीफ में रूहानी फरिश्ते हाजिर होकर हाजरीन की दुआओं को बारगाह ए रब तक पहुंचाकर मांगने वाले के दामन को फैज़ से सराबोर करते हैं । अल्लाह के वलियों की बारगाह में दुआ कुबूल होने के साथ ही इनके दरबार में दिल को सुकून और दिली तमन्ना पूरी होती है । हज़रत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर कलियरी ने सब्र और मुहब्बत का पैगाम दुनिया वालों को दिया । बुजुर्गों के कुल शरीफ व फातिहा ख्वानी में शिरकत करने से दिल को सुकुनियत हासिल होती हैं , और अकीदतमंद अपनी मुरादों से अपने दामन को भरते हैं और फैज़ से सराबोर हो जाते हैं । बुजुर्गों की बारगाह से एकता और मुहब्बत का सबक मिलता है । कुल शरीफ की फातिहा ख्वानी में मुल्क के अमन चैन की दुआ के साथ आलमे इंसान को सुकून अता करने की खास दुआ दरबार ए मुर्शिद में की । इस मौके पर कव्वाली का प्रोग्राम किया जिसमे कव्वालों ने मखदूम साबिर की बारगाह में कलाम पेश किए । कुल शरीफ में फातिहा ख्वानी व दुआ के बाद लंगर तकसीम किया गया ।
फातिहा ख्वानी में सर्वश्री सज्जादानशीन विजय कुमार जैन, मौलाना नसीम अहमद, अब्दुल सईद खान, खलीफा अब्दुल जब्बार साबरी, अनिल दीक्षित, खलीफा रमज़ान खान साबरी, खलीफा सईद साबरी , इरफान साबरी, खलीफा जमील अहमद साबरी, शकील साबरी, मनोज साबरी, भूपेन्द्र साबरी, अब्दुल सत्तार, सतीश कुमार, हाशिम साबरी, कासिम साबरी, राकेश साबरी, उमेश चंदेल साबरी, रूपसिंह साबरी, आरिफ अब्बासी, प0 जगदीश प्रसाद शर्मा, कल्लू साबरी, गायत्री साबरी, सुषमा साबरी, विमला साबरी, सरोज साबरी, ममता दीक्षित , गुरुप्यारी साबरी, अंजू सिंह साबरी आदि ने शिरकत की ।