उत्तर प्रदेशराजनीति

पंचायत अध्यक्ष सुनील नें परखी समाधान की दिवस की हकीकत:दिये सख्त निर्देश


संवाद/ विनोद मिश्रा


बांदा। जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील पटेल नें सम्पूर्ण समाधान दिवस में पहुंच कर समस्याओं के समाधान की “हकीकत” परखी। समझ गये की सरकार की यह महत्वपूर्ण योजना “आंख का अंधा और नाम का नयन सुख” के रूप में क्यों चर्चित हो गई है?
जिला पंचायत अध्यक्ष शनिवार को बबेरू में आयोजित समाधान दिवस पर पहुंच गये। वहां उन्होंने कार्य प्रणाली देखी तो समझ गये की “समाधान दिवस अपने आप में स्वयं समस्या दिवस” बन गया है!यहां फरियादी समस्याएं लाते हैं उसी दिन निस्तारण नहीं होता तो संबंधित अधिकारी को अग्रिम कार्यवाई के लिये अग्रसारित कर दिया जाता है,पर अगले समाधान दिवस में पिछले की समीक्षा नहीं होती और “फरियादी की फरियाद ठंड़े बस्ते में फड़फड़ाती” रहती है।


जिला पंचायत अध्यक्ष नें सभी तहसील स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिये की पुराने शिकायती पत्रों का अगले समाधान दिवस में समीक्षा अवश्य करें। क्या कार्यवाई हुई फरियादी के मोबाइल नंबर पर भी सूचित किया जाये। समयबद्धता एवं गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष नें स्वयं फरियादियों को सुना। शिकायतों का निस्तारण कराया। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार की छोटी,बड़ी समस्या 15 दिनो के अन्दर निस्तारित करें।