उत्तर प्रदेशजीवन शैली

राजा दशरथ निवास पर हुआ वृद्धजन सम्मान समारोह, भजन संध्या में गूंजी श्रीहरि की भक्ति की स्वरलहरियां, कल होगा रामलला का जन्म

हर समस्या का समाधान है श्रीरामचरित माननः डॉ. पारीक

आगरा। हर समस्या का समाधान श्रीरामचरित मानस है। समाज में जो अशांति और कलह ढ़ रही है उसका कारण संस्कारहीनता है। भौतिकवादी परम्पराओं की चकाचौंध में युवा पीढ़ी आकर्षित हो रही है और भागदौड़ व व्यस्त जीवनशैली के दौर में उन्हें परिवार से अच्छे संस्कार नहीं मिल पा रहे। बच्चे दिग्भ्रमित हो रहे हैं। पद्मश्री डॉ. आरएस पारीक ने यह वक्तव्य राजा दशरथ स्वरूप संतोष शर्मा निवास पर वृद्धजन सम्मान समारोह में दिया।


कार्यक्रम का शुभारम्भ संतोष शर्मा व उनकी धर्मपत्नी ललिता शर्मा ने सियाराम के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया। संतोष शर्मा ने अपने परिवार संग सभी वृद्धजनों को स्वागत माला पहनाकर व श्रीकृष्ण की मूर्ति संग श्रीरामचरित मानस भेंट कर किया। संतोष शर्मा ने कहा कि दशरथ बनने का सौभाग्य मिला है उसके साथ समाज में कुछ सकारात्मक करने का प्रयास है, जिससे आज की युवा पीढ़ी संस्कारित हो र अपने बड़ों से सीख सके कि जीवन को सही तरह से जीने की शैली।

डॉ. पारीक ने कहा कि श्रीरामचरित हर घर में सामूहित रूप से श्रीरामचरित मानस को पढ़ना चाहिए। अधिक नहीं तो प्रतिदिन 5 चौपाईयां अवश्य पढ़ें। सम्मानित होने वाले वृद्धजनों में डॉ. आरएस पारीक-गीता पारीक, रामलीला कमेटी के विष्णु दयाल बंसल, मोहनलाल, श्रीमति माया कलसी, एसके एडवोकेट, डॉ. सुरेश चंद चतुर्वेदी-आशा चतुर्वेदी, श्रीमति पुष्पा श्रीवास्तव, भगवान दास बंसल, यूसी सेठ, मीता टंडन थे।