जमाल सिद्दीक़ी ने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग को लिखा पत्र, अर्बन कंपनी की जांच के बाद सख़्त करवाई की मांग
दिल्ली : ऐप के माध्यम से कंपनियां आम लोगों के इलेक्ट्रिक समान की शिकायतों का तुरन्त समाधान कम खर्च पर करने का दावा करती हैं। बहुत से मामलों में इस तरह की कंपनियां लोगों की शिकायतों को वक्त पर और काम खर्च दूर करती रही हैं। लेकिन कई मामलों में इनका रिकॉर्ड खराब रहा है। ऐसे ही एक मामले में शिकायतकर्ता से ऑनलाइन चार्ज भी लिया गया लेकिन शिकायत का निस्तारण नही किया गया। इस सिलसिले में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्धिकी ने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग को पत्र लिख कर अर्बन कंपनी के खिलाफ़ सख़्त कारवाई की मांग की है।
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन इक़बाल सिंह लालपुरा को लिखे पत्र जमाल सिद्दीक़ी ने आम लोगों के साथ हो रही नाइंसाफी के लिए अर्बन कंपनियों के द्वारा इलैक्ट्रिक आइटम की खराबी की शिकायत पर ऑनलाइन चार्ज देने के बाद भी शिकायत का निस्तारण नही करने की बात कही। उन्होंने कहा कि उनके सामने अभी तक लोगों द्वारा अर्बन कंपनियों की मनमानी की मौखिक शिकायतें आती रहीं हैं । इनमें लैबटॉप, कंप्यूटर, फ्रीज, इत्यादि इलैक्ट्रिक आइटम शामिल रहे हैं। जिन की शिकायत करने के साथ कम्पनी को चार्ज देने के बाद भी शिकायत का निस्तारण नही किया गया।
गौरतलब है कि भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीक़ी ने हाल ही में अर्बन कम्पनी और उसके स्टाफ के व्यवहार से राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग को अवगत कराया है। जमाल सिद्दीक़ी का कहना है कि 17 सितम्बर को उनके नई दिल्ली मीना बाग मौलाना आजाद रोड, स्थित सरकारी आवास पर लगे एयर कंडीशन की मरम्मत के लिए अर्बन कम्पनी के ऐप के द्वारा शाम 6:30 पर स्लॉट बुक किया गया था। इस के लिए उन्होंने चार्ज का ऑनलाइन भुगतान भी किया था। उसके बाद अर्बन कम्पनी का स्टाफ आया और उसे चैक करने के बाद गैस निकलने की बात कहना लगा। इस दौरान कम्पनी के वर्कर ने नकद रुपयों की मांग की । जब उससे नकद रुपयों के जगह ऑनलाइन भुगतान करने की बात कही तो उसका व्यवहार बदल गया और सीढ़ी लाने का बहाना कर बैगर ए.सी. ठीक किए बैगर वहां से फरार हो गया।