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मनपसंद साधन चुनें परिवार नियोजन में भागीदार बनें

गर्भनिरोधक साधन अपनाने से खुशहाल होता है परिवार

विश्व गर्भनिरोधक दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम हुए आयोजित


आगरा।जनपद में गुरुवार को सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर विश्व गर्भनिरोधक दिवस मनाया गया। विश्व गर्भनिरोधक दिवस हर साल 26 सितंबर को मनाया जाता है, और इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों को परिवार नियोजन और गर्भनिरोधक के महत्व के बारे में जागरूक करना है। इस अवसर पर, सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया । आयोजित कार्यक्रम में लोगों को गर्भनिरोधक विधियों के बारे में जानकारी दी गई और गर्भनिरोधक साधन भी उपलब्ध कराए गए ताकि महिलाओं और पुरुषों सुरक्षित और प्रभावी गर्भनिरोधक विधियों को अपनाकर स्वस्थ और स्वतंत्र जीवन जी सकें।

    परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. संजीव वर्मन ने बताया कि परिवार नियोजन के साधन अपनाने से परिवार खुशहाल होता है। इसे अपनाने के लिए परिवार नियोजन के प्रमुख साधन उपलब्ध हैं, जो पूरी तरह सुरक्षित हैं। इन्हें अपनाकर लोग स्वस्थ व खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय पारिवारिक स्वास्थ्य सर्वे-4 के अनुसार जनपद में 60.8% लोग गर्भ निरोधक साधनों का उपयोग करते थे, जबकि राष्ट्रीय पारिवारिक स्वास्थ्य सर्वे-5 के अनुसार अब 67.7 प्रतिशत लोग गर्भ निरोधक साधनों का उपयोग करने लगे हैं।

    डॉ. संजीव वर्मन ने बताया कि सभी साधन सुरक्षित हैं और चिकित्सक, स्टॉफ नर्स और परिवार नियोजन काउंसलर की मदद से उचित परामर्श से सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर दिया जाता है । परिवार नियोजन के स्थायी साधन यानि नसबंदी को पुरुष और महिलाएं दोनों अपना सकते हैं ।

    जीवनी मंडी शहरी स्वास्थ्य केंद्र पर आयोजित हुए जागरूकता कार्यक्रम में केंद्र की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ मेघना शर्मा ने बताया कि शादी के दो साल बाद पहले बच्चे को जन्म देना चाहिए। पहले और दूसरे बच्चे में तीन साल का अंतर होना चाहिए। जिससे कि मां और बच्चे दोनों की सेहत पर कोई दुष्प्रभाव न पड़े। इसके लिए परिवार नियोजन के अस्थाई साधन काफी कारगर साबित हो रहे हैं। इन साधनों में से दम्पति कोई भी मनपसंद साधन अपना सकते हैं ।

    उन्होंने बताया कि नव दम्पति जब तक बच्चा न चाहें तब तक अस्थायी साधनों का प्रयोग कर सकते हैं। पहला बच्चा होने के बाद तीन साल तक अस्थायी साधनों का विकल्प चुना जा सकता है । गर्भसमापन या गर्भपात के बाद भी एहतियात के तौर पर छह माह तक परिवार नियोजन का साधन अपनाया जा सकता है ।

    परिवार नियोजन के अस्थायी साधन
    आईयूसीडी
    पीपीआईयूसीडी
    अंतरा इंजेक्शन
    छाया गोली
    कंडोम
    माला एन
    ईसी पिल
    परिवार नियोजन के स्थाई साधन
    पुरुष नसबंदी
    महिला नसबंदी