मां भवानी की स्तुति के लिए सखियों संग ढोल नगाड़ों के साथ धूमधाम से निकला सीता जी का डोला, 51 दीपों से मां गौरी की स्तुति की गई, जगह-जगह पुष्प वर्षा कर सीता जी के डोले का हुआ स्वागत
आगरा। मन में वर रूप में श्रीराम को पाने की कामना लिए मां अम्बिका की स्तुति के लिए आज सीता जी का डोला ढोल नगाड़ों संग धूमधाम से निकला। अध्यक्ष गौरव अग्रवाल के निवास से सखियों संग डोले में बैठी जानकी की आरती कर डोले का शुभारम्भ किया गया। मिथिला नगरी में भ्रमण करते हुए जानकी का डोला गोविन्द नगर स्थित भूतनाथ की बगीचा पहुंचा, जहां सीता जी ने अपनी सखियों संग 51 थाल सजाकर मां गौरी की आरती व पूजन किया। जगह-जगह पुष्प वर्षा कर सीता जी के डोले का स्वागत किया गया।
मां गोरी के समक्ष हाथ जोड़े वैदेही ने विधि विधा से पूजन किया। आचार्य राहुल रावत के नेतृत्व में आदि वैदिक शकर विद्यापीठ लखनऊ के 11 बटुक ब्राह्मणों द्वारा विधि विधान से वेद मंत्रों द्वारा मां गौरा का पूजन कराया गया। सीता जी ने हल्दी, रोली व मेहंदी, धूप दीप वेद पाठ कर से मां भवानी की पूजा की। वस्त्र दान किए। अंत में 51 थाल सजाकर से मां गौरा की आरती की गई। सीता जी का डोला प्रारम्भ के स्वागत के लिए 51 किलों पुष्पों से पुष्प वर्षा की गई। रोशनी और पुष्पों से भूतनाथ बगीची को सजाया गया। हर कोई मां सीता की एक झलक पाने को व्याकुल था।
इस अवसर पर मुख्य रूप से श्रीजनकपुरी महोत्सव आयोजन समिति (महिला मण्डल) की संरक्षिता के मधु बघेल, अध्यक्ष प्रीति उपाध्याय, अध्यक्ष गौरव अग्रवाल, गौरव राजावत, हेमन्त भोजवानी, मुनेन्द्र जादौन, राहुल चतुर्वेदी, निशान्त चतुर्वेदी, राहुल सागर, विवेक शर्मा, दिलीप खंडेलवाल, राहुल खंडेलवाल, पलक अग्रवाल, नीतू अग्रवाल, स्वाती जादौन, आयुषी राजावत, नम्रता चतुर्वेदी, पूजा भोजवानी, रचना चतुर्वेदी, गौरी उपाध्याय, मंजू सागर, डॉ. निष्ठा शर्मा, शीलू तिवारी, प्रीति सारस्वत, नीलम तिवारी, नीतम चतुर्वेदी आदि उपस्थित थीं।