इस बार भी व्यर्थ ही बह गया करोड़ों लीटर पानी
प्रशासन करे वर्षा जल संचयन के ठोस उपाय ताकि सिंचाई व पीने के लिए मिल सके निरंतर पानी
आगरा। विगत वर्षों से तुलना करें तो आगरा में इस वर्ष लगभग 60 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है लेकिन हम लोग इसका पूरा फायदा नहीं उठा पाए। इस बार भी करोड़ों लीटर पानी व्यर्थ ही बह गया..
विगत एक दशक से आगरा जनपद में जल की पर्याप्त उपलब्धता के लिए गंभीर चिंतन और अनथक प्रयास करने वाले उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री राजा अरिदमन सिंह ने यह पीड़ा व्यक्त करते हुए प्रशासन से वर्षा जल संचयन के ठोस उपाय करने की माँग की है।
भदावर हाउस से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर राजा अरिदमन सिंह ने कहा है कि इस बार तो मानसून समाप्ति की ओर है लेकिन वर्षा जल संचयन के उपायों से अगले वर्ष वर्षा होने पर उसका समुचित भंडारण किया जा सकेगा। परिणाम स्वरूप किसानों को सिंचाई के साथ सबको पेयजल की उपलब्धता भी निरंतर होती रहेगी।
रेनवाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करें विकास प्राधिकरण
राजा अरिदमन सिंह ने कहा है कि नोएडा व ग्रेटर नोएडा की तर्ज पर आगरा सहित प्रदेश के सभी विकास प्राधिकरणों को किसी भी मल्टी स्टोरी या मकान का नक्शा पास करते वक्त उसमें रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था को सुनिश्चित करना चाहिए और बिल्डिंग पूरी होने का प्रमाण पत्र तभी जारी करना चाहिए जब रेनवाटर हार्वेस्टिंग का इंतजाम वहाँ किया जा चुका हो।
उन्होंने बताया कि जब वह कैबिनेट मंत्री थे तब उनके कार्यकाल में इस संबंध में नियम बन गया था लेकिन प्रशासन की ढिलाई के कारण इस पर अमल नहीं हो सका।
रूफ टॉप पर लगाएँ रेनवाटर रीचार्जिंग सिस्टम
राजा अरिदमन सिंह का कहना है कि शहरों में तो रूफटॉप पर रेनवाटर रीचार्जिंग सिस्टम लगाया जा सकता है। यह आसानी से लग जाता है। इसमें कोई तकनीकी समस्या नहीं है। कई आर्किटेक्ट यह काम करते हैं।
नगर निगम के अंतर्गत अधिकृत कॉलोनियों में आर्किटेक्ट्स का पैनल बनाकर ऐसी व्यवस्था की जानी चाहिए कि जागरूक और इच्छुक लोग उनसे संपर्क करके अपने घरों में रेन वाटर रीचार्जिंग सिस्टम लगवा सकें।
सरकारी स्कूलों के रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम करें दुरुस्त
उन्होंने बताया कि आगरा में सीडीओ ए. मणिकंडन ने प्राइमरी और सरकारी सेकेंडरी स्कूलों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का प्रबंध करवाया था किंतु अब उस सिस्टम में कई जगह से पाइप टूट गए हैं। इनकी मरम्मत करना आवश्यक है। साथ ही शेष स्कूलों में भी रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना जरूरी है।
तालाबों को दें नया जीवन
राजा अरिदमन सिंह ने बताया कि उनके द्वारा आरटीआई से निकाली गई जानकारी के अनुसार आगरा जनपद के सभी ब्लॉकों में 2825 ऐसे तालाब और पोखर हैं जिन पर कोई कब्जा नहीं है। इन्हें प्रशासन द्वारा शीघ्र से शीघ्र पुनर्जीवित किया जाना चाहिए। वे इस संबंध में कई बार सीडीओ और जिलाधिकारी को इनकी सूची प्रदान कर कह चुके हैं लेकिन अभी तक इस दिशा में प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है।
जल के लिए मिलने वाले धन का करें शीघ्र सदुपयोग
उन्होंने कहा कि 14 वें और 15 वें वित्त आयोग के साथ ही अमृत सरोवर के लिए आने वाले सरकारी धन का सही, सार्थक और शीघ्र सदुपयोग प्रशासन द्वारा किया जाना चाहिए ताकि निरंतर नीचे जाता भूगर्भ जलस्तर ऊपर आ सके। अगर तलाब बनकर जल्दी तैयार कर दिए जाएंगे तो अगले वर्ष वर्षा जल का संचय किया जा सकेगा।
जागें! व्हाइट श्रेणी के ब्लॉक हुए ब्लैक
राजा अरिदमन सिंह ने बताया कि उनके कार्यकाल में राजा रिपुदमन सिंह चंबल डाल परियोजना के चलते बाह, जैतपुर और पिनाहट के ब्लॉक लंबे समय तक व्हाइट श्रेणी में रहे लेकिन लोगों द्वारा सरकारी हैंडपंपों की दुर्गति किए जाने और निजी समर्सेबल पंप लगाकर अधिक से अधिक जल निकासी के चलते अधिकांश ब्लॉक डार्क श्रेणी में चले गए हैं। अतः शासन-प्रशासन को युद्ध स्तर पर कार्य करने की जरूरत है। पानी मूलभूत आवश्यकता है। कोई भी सरकार पानी नहीं बना सकती। इसके लिए हम सबको जागना होगा। पानी की बर्बादी रोकनी होगी और जल संचय करना होगा।