बरेली। बेसिक शिक्षा विभाग के सात शिक्षक-शिक्षिकाएं वर्षों से स्कूल से गायब चल रहे हैं। इन शिक्षकों ने एक बार छुट्टी लेने के बाद दोबारा स्कूल में वापसी ही नहीं की। विभाग को अधिकांश शिक्षकों की सही लोकेशन का भी पता नहीं है। इनको भेजे पत्र वापस लौटकर आ रहे हैं। शिक्षकों के स्कूल न आने से शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है।
जिले के परिषदीय स्कूलों में सात ऐसे शिक्षक भी हैं, जिन्होंने कई वर्ष बीत जाने के बाद भी अपने स्कूल के दर्शन नहीं किए हैं। इन लोगों ने अलग-अलग कारणों से छुट्टी ली। एक बार अवकाश स्वीकृत होने के बाद दोबारा फिर प्रार्थना पत्र दे दिया। छुट्टी स्वीकृत नहीं होने के बाद भी इन लोगों ने स्कूल में ज्वाइन नहीं किया। विभाग ने इन लोगों के पते पर नोटिस भेजे। इनमें से अधिकतर नोटिस वापस आ गए। उक्त पतों पर उन नोटिस को रिसीव करने वाला कोई था ही नहीं या जान बूझकर उनको रिसीव नहीं किया गया।
बताया जा रहा है महिला टीचर शादी करने के बाद अपनी ससुराल चली गई है। किसी के विदेश जाने तो किसी के दूसरी नौकरी ज्वाइन करने की बात कही जा रही है। यह भी बताया जा रहा है कि इनमें से एक शिक्षिका ने इस्तीफा दे दिया मगर उसके लिए विधिसम्मत प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। एक शिक्षक की मृत्यु हो जाने की भी चर्चा है। हालांकि इसकी भी अभी पुष्टि नहीं हुई है।
शिक्षकों के न आने से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।बता दें कि आपके अपने हिन्दुस्तान समाचार पत्र ने इसी तरह के एक मामले का पहले भी खुलासा किया था। 2022 में वर्षों से गायब नौ शिक्षक, कोई गया अमेरिका तो कोई घर बैठा खबर प्रकाशित की थी। इस खबर का लगातार फॉलोअप किया गया। आखिर विभाग को इन शिक्षकों की सेवा समाप्त करनी पड़ी थी। इससे हड़कंप मचा था।
महिला टीचर शादी करने के बाद अपनी ससुराल चली गई है। किसी के विदेश जाने तो किसी के दूसरी नौकरी ज्वाइन करने की बात कही जा रही है। यह भी बताया जा रहा है कि इनमें से एक शिक्षिका ने इस्तीफा दे दिया मगर उसके लिए विधिसम्मत प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। एक शिक्षक की मृत्यु हो जाने की भी चर्चा है। हालांकि इसकी भी अभी पुष्टि नहीं हुई है। शिक्षकों के न आने से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
बता दें कि आपके अपने हिन्दुस्तान समाचार पत्र ने इसी तरह के एक मामले का पहले भी खुलासा किया था। 2022 में वर्षों से गायब नौ शिक्षक, कोई गया अमेरिका तो कोई घर बैठा खबर प्रकाशित की थी। इस खबर का लगातार फॉलोअप किया गया। आखिर विभाग को इन शिक्षकों की सेवा समाप्त करनी पड़ी थी। इससे हड़कंप मचा था।
संथरापुर की शिक्षिका हंसा भी चल रहीं गायब
फरीदपुर के प्राइमरी स्कूल संथरापुर की शिक्षिका हंसा भी लंबे समय से स्कूल नहीं पहुंची। वह निरंतर अपनी छुट्टी बढ़ाने का प्रयास करती रहीं। उनके त्यागपत्र की भी चर्चा है, जो स्वीकृत नहीं हुआ।
2019 से गायब हैं मधु
फतेहगंज ब्लॉक के प्राइमरी स्कूल लालपुर में शिक्षिका मधु शर्मा 24 मार्च 2019 से गायब चल रहीं हैं। इस तारीख के बाद उन्होंने विभाग के साथ कोई पत्राचार नहीं किया।
चार वर्ष से नहीं आईं करिश्मा
बहेड़ी ब्लॉक के जूनियर हाई स्कूल इटौआ धुरा की शिक्षिका करिश्मा गुप्ता का नाम भी गायब शिक्षकों की सूची में शामिल हैं। करिश्मा एक जुलाई 2020 के बाद से अपने स्कूल नहीं आईं।
अशोक के बारे में विभाग को जानकारी नहीं
फरीदपुर के प्राइमरी स्कूल बरगवां में तैनात अशोक भी विभाग के लंबे समय से सम्पर्क में नहीं हैं। उनके पते पर नोटिस गया। वह रिसीव न हुआ। डाकिया ने लिखा कि उक्त व्यक्ति की मृत्यु हो चुकी है।
सुषमा का 2018 से नहीं चल रहा है कोई पता
भोजीपुरा ब्लाक के प्राइमरी स्कूल मझौआ गंगापुर में तैनात सुषमा सिंह 12 जुलाई 2018 के बाद से स्कूल नहीं पहुंची हैं। नोटिस का उत्तर न आने के कारण उनके बारे में विभाग को स्पष्ट सूचना नहीं है।
अंतिम बार वर्ष 2020 में स्कूल गईं थी शिवांगी
भुता ब्लॉक के प्राइमरी स्कूल खानपुर की टीचर शिवांगी भी लगातार अनुपस्थित हैं। अंतिम बार वो तीन अक्टूबर 2020 को अपने स्कूल आई थी। नोटिस पर अपने बीमार होने की बात कही।
गायब शिक्षकों पर होगी कार्रवाई: बीएसए
बीएसए संजय सिंह ने बताया कि लंबे समय से अनुपस्थित चल रहे सातों शिक्षकों के संबंध में कार्रवाई प्रस्तावित है। सभी को नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया गया है। नियमानुसार एक्शन लिया जाएगा।
2020 से स्कूल नहीं आए प्राइमरी स्कूल के अमित
फतेहगंज ब्लॉक के ही प्राइमरी स्कूल अधकटा ब्रह्मान के शिक्षक अमित कुमार भी 28 अक्तूबर 2020 के बाद से स्कूल नहीं आए हैं। बताया जाता है कि वह लगातार छुट्टी बढ़ाने का प्रयास करते रहे। अब तक कई बार इसमें सफल भी हो चुके हैं।