आगरा: अमेज़न ने उत्तर प्रदेश और पूरे भारत में विक्रेताओं के लिए 2024 के त्योहारी मौसम को बड़ी सफलता बनाने के लिए विभिन्न किस्म की पहलें और नवोन्मेष किये हैं। इसने विक्रेताओं को अपनी आय बढ़ाने और ग्राहकों को बेहतर मूल्य प्रदान करने में मदद करने के लिए किराने का सामान, फैशन और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी श्रेणियों में बिक्री शुल्क (सेलिंग फीस) में 3% से 12% की उल्लेखनीय कटौती की घोषणा की है। इससे विक्रेताओं को दिवाली की खरीदारी की भीड़-भाड़ के लिए अपने परिचालन को अनुकूलित करने और त्योहारों के बाद भी व्यवसाय में वृद्धि जारी रखने का अवसर मिलेगा।
अमेज़न इंडिया में उत्पाद प्रबंधन के निदेशक, विक्रम देशपांडे ने कहा, “अमेज़न में, हम उत्तर प्रदेश के एसएमबी को ई-कॉमर्स का लाभ उठाने में मदद कर उन्हें सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हर साल, हम बेहतर उत्पाद लिस्टिंग और सेलेक्शन के ज़रिये उन्हें त्योहारी मौसम के लिए तैयार करने के लिए विभिन्न किस्म की पहल करते हैं, जो उन्हें अपनी बिक्री बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। हमें विश्वास है कि सेलिंग फीस में कमी और हमारे अन्य समाधान तथा फीचर, विक्रेताओं को त्योहारी मौसम और उसके बाद शानदार सफलता प्राप्त करने में मदद करेंगे।”
विक्रेताओं की सहायता के लिए, अमेज़न ने कई नए टूल और फीचर पेश किए हैं, जैसे सेल इवेंट प्लानर, जो विक्रेताओं को प्रमुख बिक्री कार्यक्रमों के प्रबंधन और निष्पादन में सहायता प्रदान करता है, और एआई-संचालित नवोन्मेष जैसे इमेजिंग सर्विसेज़ और लिस्टिंग असिस्टेंट्स। सेल्फ सर्विस रजिस्ट्रेशन (एसएसआर 2.0) बहुभाषी समर्थन और सुव्यवस्थित पंजीकरण और इनवॉइसिंग प्रक्रियाओं के साथ ऑन-बोर्डिंग को सरल बनाता है। इसके अतिरिक्त, सेल इवेंट प्लानर विक्रेताओं को आकर्षक डील तैयार करने में मदद करता है और प्रभावी इन्वेंट्री प्लानिंग के लिए ज़रूरी जानकारी प्रदान करता है। न्यू सेलर सक्सेस सेंटर (नया विक्रेता सफलता केंद्र) ऑनलाइन शॉप स्थापित करने और विज्ञापन, प्राइम और डील जैसी सुविधाओं का उपयोग के संबंध में विस्तृत मार्गदर्शन प्रदान करता है। मल्टी-चैनल फुलफिल्मेंट (एमसीएफ) से विक्रेताओं के लिए अमेज़न के डिलीवरी नेटवर्क का उपयोग कर अधिक ग्राहकों तक पहुंचना आसान होगा।
आगामी त्योहारी मौसम के दौरान उत्तर प्रदेश के एसएमबी के लिए ई-कॉमर्स के ज़रिये अपने ऑनलाइन व्यवसाय को बढ़ावा देने का एक बड़ा अवसर है। इस साल, राज्य के 200,000 से अधिक विक्रेता अमेज़न.इन पर अपने उत्पादों को सूचीबद्ध और प्रदर्शित करेंगे और इस तरह भारत के 100% सेवा योग्य पिन कोड पर उपलब्ध ग्राहकों तक उनकी पहुंच बनेगी। बढ़ी हुई मांग, ट्रैफिक (ग्राहकों की संख्या) और विशेष ऑफर के ज़रिये ये विक्रेता अपनी बिक्री बढ़ा सकते हैं और नए ग्राहकों तक पहुंच सकते हैं।
अमेज़न आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) की शक्ति का लाभ उठा रही है ताकि विक्रेताओं को पंजीकरण, लिस्टिंग और विज्ञापन जैसी अपनी प्रमुख गतिविधियों को सुव्यवस्थित करने, मांग का पूर्वानुमान लगाने, कैटलॉग की गुणवत्ता तथा उत्पाद लिस्टिंग में सुधार करने और डील त्तथा प्रमोशन की सिफारिश करने में मदद मिल सके। इसने हाल ही में रूफस का बीटा संस्करण लॉन्च किया है, जो अमेज़न के उत्पाद कैटलॉग और वेब पर मौजूद जानकारी पर प्रशिक्षित जेनएआई आधारित शॉपिंग असिस्टेंट है। रुफस खरीदारी की ज़रूरतों, उत्पादों और तुलना (कम्पेरिज़न) के मामले में ग्राहकों के सवालों का जवाब दे सकता है, इस संदर्भ के आधार पर सिफारिश कर सकता है और उत्पाद खोज की सुविधा प्रदान कर सकता है। इससे ग्राहकों के लिए अमेज़न.इन पर विक्रेताओं के उत्पाद ढूंढना, खोजना, शोध करना और खरीदना आसान हो जाएगा।
अमेज़न के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करने की वजह से ग्राहकों को तेज़ और विश्वसनीय डिलीवरी मिलती है
पिछले कुछ सालों में अमेज़न ने पूरे भारत और उत्तर प्रदेश में मजबूत भौतिक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने में निवेश किया है। आज उत्तर प्रदेश में इसका 01 बड़ा फुलफिलमेंट सेंटर और 01 सॉर्टेशन सेंटर है, साथ ही करीब 140 अमेज़न के स्वामित्व वाले और पार्टनर डिलीवरी स्टेशन और 2700 से ज़्यादा ‘आई हैव स्पेस’ स्टोर हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर में इस निवेश से उत्तर प्रदेश के विक्रेताओं को 100% सेवा योग्य पिन कोड पर अपने ग्राहकों को डिलीवरी करने में मदद मिल रही है और राज्य में रोज़गार के अवसर भी पैदा कर रहे हैं।