संवाद/ विनोद मिश्रा
बांदा।आबकारी विभाग के रहम और करम से “शराब ठेकेदारों नें बांदा को गोवा बना” दिया है। हर “गांव गली और परचून की दुकानों पर अवैध शराब की बेधड़क बिक्री” की जा रही है।
जिले में हालत यह है की “गालियां और चौबारे मयखाना बन” गये हैं, आबकारी विभाग की मिली भगत से अवैध एवं मानक विहीन शराब खुलेआम बेची जा रही है। बताते तो यहां तक हैं की नकली शराब भी जमकर बिक रही है!ऐसे में मौतों का तांडव शुरू हो जाये तो अतिसियोक्ति” नहीं होंगी!
ग्रामीण क्षेत्र कई परिवार तो ऐसे हैं जिनके पति शराब के कारण अपने कार्य पर भी नहीं जा रहे हैं। जिसके कारण परिवारों के भरण पोषण के लिए महिलाएं मजदूरी कर रही हैं। कई परिवार टूट चूके हैं और कई टूटने की कगार पर हैं। यह चिंतनीय पर्स्थितियां आबकारी विभाग एवं उनके ठकेदारों की मिली भगत से हो रहा है। “आबकारी विभाग एवं ठेकेदारों के अलावा नकली और कच्ची शराब बेचने वाले मालामाल होकर झूम बराबर झूम हो रहें” हैं।
कथित तौर पर आरोप तो यह भी चर्चा में हैं की जिला मुख्यालय से लेकर हर तहसील ब्लाक के गांवों में यही नजारा हैं।”आबकारी विभाग एवं क्षेत्रीय पुलिस का गठजोड़ है तथा अवैध कमाई से उनका घर -आंगन भर”रहा है। जिले में आबकारी नीति का कोई पुरसाहाल नहीं”है। हालात विस्फोटक हैं।