(अमृतमई कीर्तन दरबार में भाव विभोर हुई संगत )
आगरा। सुखमनी सेवा सभा द्वारा आयोजित भव्य कीर्तन दरबार का आयोजन गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर विजयनगर कॉलोनी में किया गय देर रात तक भक्ति रस की धारा बहती रही हेमकुंड साहिब की सफल यात्रा के शुकराने की अरदास की गई सर्वप्रथम रहरास साहिब जी के पाठ की शुरुआत हुई उसके बाद प्यारे वीर महेंद्र पाल सिंह द्वारा अपनी अमृतमयी रसना द्वारा एक के बाद एक कई शब्दों का गायन किया गया जिससे पूरा माहौल भक्ति मय होता चला गया उन्होंने सर्वप्रथम “मेरे साहिब तू मैं मान निमानी” अर्थात हे प्रभु मैं गुणहीन हूं तू गुणो का सागर है तू कृपा कर अपने गुणो में से एक गुण मेरी झोली में डाल दे ताकि मेरा जीवन भी सच के मार्ग पर चल सके उन्होंने कहा संगत में कामना लेकर नहीं बल्कि भावना लेकर आना है क्योंकि जिसके पास सच्ची भावना है उसकी गुरु झोली भर देता है उन्होंने शुकराने रूप में शबद “तू दाता-दातार तेरा देता खावणा” का गायन किया और कहा के जितने भी हमें सुख मिले’ पदार्थ मिले’ धन दौलत मिली’ घर बार मिले कभी यह मत बोलो कि यह सब मेरा है बल्कि गुरु का शुकराना करते हुए कहना चाहिए कि यह सब बेशक मेरे पास है लेकिन मैंने तेरे से मांग के लिया है देने वाला तू है तो फिर जीवन में शुकराना आ जाएगा।प्रधान हरजिंदर सिंह खनूजा अमरजीत भसीन परिवार द्वारा गुरु रूप संगत का जी आया नू शुकराना अदा किया अरदास हुकमनामा के अपरांत गुरु के अटूट लंगर का वितरण हुआ जिसे सभी लोगों ने एक साथ बैठकर ग्रहण किया।
इस अमृतमयी आयोजन में भूपेंद्र कौर ज्योति,कुलबीर कौर,श्याम चांदनी भोजवानी,पवन मक्कर,गुरमुख भईया, बबलू व्यानी,सुरजीत सिंह,बलवंत कंपानी ,बाबू व्यानी , रविंदर सेठी,गोरु भाई, जगमीत सिंह गुलाटी, मनीष नागरानी, गुरमीत गिल,अरविंद सिंह पप्पी, कमलजीत चड्डा,संतोख सिंह निझर आदि गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही