संवाद/ विनोद मिश्रा
बांदा। जुलूस-ए-गौसिया में ऊंचे डीजे,पटाखे एवं नारेबाजी नहीं होगी। यह 15 अक्टूबर को निकलेगा। खुद्दामे गौसो ख्वाजा मरकजी कमेटी के तत्वावधान में छिपटहरी स्थित खानकाह शरीफ दरगाह में तैयारी को लेकर अंतिम रूप दिया गया। मंगलवार (15 अक्टूबर) को परंपरागत जुलूस निकाला जाएगा। इसमें शामिल होने वाली कमेटियों के पदाधिकारियों को ऊंचे डीजे व आतिशबाजी न लाने की हिदायत दी गई।
बैठक की सदारत (अध्यक्षता) करते हुए मौलाना शफीक उद्दीन ने कहा कि गौस-ए-आजम हजरत अब्दुल कादिर जिलानी की याद में हर साल अरबी महीने रबी-उल-सानी की 11 तारीख इस वर्ष चांद के अनुसार 15 अक्टूबर को जुलूस-ए-गौसिया निकाला जाता है।
उन्होंने बताया कि मंगलवार को दोपबर ढाई बजे सरवर साहब की मस्जिद से पूर्व की तरह अपने निर्धारित रास्ते से ही जुलूस-ए-गौसिया निकाला जाएगा। मरकजी कमेटी सचिव मेराज हशमती ने कहा कि शरीयत के दायर में रहकर अदबो-अदब के साथ जुलूस-ए-गौसिया में शिरकत करें।
मीडिया प्रभारी सैय्यद इमरान अली शीबू ने कहा कि हैवी साउंड व शस्त्र आदि लेकर शामिल होने पर पूर्णतः पाबंदी रहेगी। किसी प्रकार सियासी या ऐसे नारे न लगाएं जो किसी भी समुदाय अथवा व्यक्ति विशेष को ठेस पहुंचाने वाले हों।बैठक में गौसुल इमरान रजा, अब्दुर्रहमान, फारूक अहमद, नसीब चिश्ती, अनीस, उवैश लाला, मुबश्शर रजा, मेराज अली, गुल मोहम्मद, नफीस खान, इम्त्याज, मोईन, शोएब, शारिक, तुफैल, तौफीक सहित अन्य कमेटियों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल रहे।