उत्तर प्रदेश

नकाबपोशों ने व्यापारी को मारने का किया प्रयास: सीसीटीवी में कैद

 

राजीव ने बताया कि पुलिस एक साल बीत जाने के बावजूद मेरी चोरी की घटना का खुलासा नहीं कर सकी 

संवाद – तौफीक फारूकी

फर्रुखाबाद। दुकान में सोते समय व्यापारी राजीव शाक्य को मार डालने का प्रयास किया गया। थाना मऊदरवाजा के नाला बघार निवासी पकौडी दुकानदार राजीव शाक्य ने तीन नकाबपोश हमलावरों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट के मुताबिक 15 अक्टूबर की रात समय लगभग 1.45 बजे राजीव के मकान में तीन अज्ञात व्यक्ति घुस गये। जिन्होंने सोते समय ही राजीव को बिस्तर पर पकड़ लिया। मारपीट कर तीन व्यक्तियों में से एक व्यक्ति ने राजीव के मुंह पर मुक्का (घूसा) मारा जिससे राजीव के मुंह व दांत में भी चोट लगी।

राजीव के चिल्लाने पर किरायेदार छात्र आनन्द कुमार ने राजीव को बचाया। आनन्द कुमार के आने पर उपरोक्त व्यक्ति भाग गये। उपरोक्त व्यक्तियों द्वारा राजीव के मुंह पर तकिया रखकर गला भी दबाया गया। राजीव की जेब से अलमारी की चाभी निकालने की कोशिश की। विदित है कि राजीव के आवास से 5 अक्टूबर 23 को लगभग नौ लाख रुपये अज्ञात चुराये गए थे। जिसकी एफआईआर करायी गयी थी। घटना की सूचना मिलने पर मेडिकल चौकी इंचार्ज मोहित मिश्रा मौके पर पहुंचे। पुलिस को लुटेरे का स्पोर्ट का एक जूता राजीव के कमरे में तथा दूसरा जूता राजीव के मकान के पीछे खाली प्लाट में मिला।

पुलिस को राजीव के पड़ोसी अनिल शाक्य की छत से बांधी गई एक रस्सी भी मिली। लुटेरे अनिल की छत से रस्सी के सहारे राजीव के मकान की छत पर उतरे थे चोरों अंदर से छत का जीना खोलकर अंदर घुसे। बेसमेंट में लगे सीसीटीवी कैमरे को बंद कर उनके तार निकाले। किराएदार अनिल के शोर मचाने पर एक लुटेरा एक जूता छोड़कर दो मंजिली छत से राजीव के मकान के पीछे प्लांट में कूदा था। करीब 35 फीट ऊंचाई से कूदने के कारण लुटेरे को काफी चोट लगी होगी। उसके दोनों साथी जिस रास्ते से आए थे उसी रास्ते भागे थे अनुमान लगाया गया घायल लुटेरे को उसके साथी उठा कर ले गए।

भयभीत दुकानदार राजीव ने एफडी न्यूज़ को बताया कि लुटेरे ने मुझे जान से मारने का प्रयास किया। यदि किराएदार न आता तो वह लोग मुझे मार ही डालते। तीनों लुटेरे हाथों में सफेद दस्ताने पहने थे दस्तानों का नया खाली पैकेट मकान में पड़ा मिला। लुटेरे चेहरे पर रंगीन रुमाल बंधे थे काले कपड़े पहन कर आए लुटेरों ने मुझसे कोई बातचीत नहीं की मेरे बिस्तर पर रखा मोबाइल भी नहीं ले गए। राजीव ने बताया कि पुलिस एक साल बीत जाने के बावजूद मेरी चोरी की घटना का खुलासा नहीं कर सकी। जबकि चोर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया था। मुझे मारने आए लोग भी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए हैं।