संवाद।। विनोद मिश्रा
बांदा। राज्य महिला आयोग की बैठक में पुरानी यादों नें भी हिलोरें लिया। “प्रभा याद आई बहुत याद आयीं” का मंजर सा उमड़ा। महिला आयोग की पूर्व सदस्य प्रभा गुप्ता की कुशल कार्य प्रणाली प्रशानिक स्तर पर “पुरानी यादें ताजा” कर गई।
यह नजारा महसूस हुआ जब महिला आयोग की सदस्य अनुपमा सिंह लोधी सर्किट हाउस सभागार में महिला जनसुनवाई कर रहीं थीं। इस दौरान बांदा निवासी “निवर्तमान आयोग की सदस्य प्रभा गुप्ता की याद” उनकी सजग एवं कुशल कार्य प्रणाली के चलते “अंखियों के झरोखे में उमड़ -घुमड़” करने लगी।
खैर,”खबर में विषयांतर न कर मूल बिंदु” की ओर चलते हैं। आयोग की बैठक में घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीडन,आदि से सम्बन्धित महिलाओें की समस्याओं को अनुपमा सिंह द्वारा सुना गया। निस्तारण के निर्देश दिये गये। सरकार की योजनाओं को पात्र महिलाओं तक पहुंचाने के निर्देश के साथ सामूहिक विवाह आयोजनों की स्थिति समझी।
महिला आयोग की सदस्य नेे वन स्टाप सेन्टर तथा जेेल का निरीक्षण किया। बालिकाओं के खान-पान एवं साफ-सफाई केे निर्देश दिये। जेेल के निरीक्षण में महिला बन्दियों से वार्ता की।दिक्कतें पूछी। बताया गया की महिला बंदियों को सिलाई, कढ़ाई का प्रशिक्षण भी जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा दिया जा रहा है।