उत्तर प्रदेशजीवन शैली

गेहूं की फसलों से केन नहरें नहीं करेंगी आई लव यू बांध हो गये हैं बांझ नहीं है पानी


संवाद/ विनोद मिश्रा


बांदा। जिले में “गेहूं की फसलों से केन की नहरें आई लव यू” नहीं करेंगी। क्योंकि “बांध बांझ हो जाने की स्थिति” में हैं।” सिंचाई विभाग नें किसानों से हाथ जोड़ विनती की हैं की ज्यादा पानी लगाने वाली फसलें न बोयें”। वहीं फसल बोयें जो एक – दो पानी की सिंचाई से निपट जायें,क्योंकि “बांधों में इतना पानी नहीं है की किसानों की मुंह मांगी मुराद पूरी की जा” सके।

अधिशासी अभियंता केन नहर प्रखंड अरविंद कुमार पांडे ने बताया की केन प्रणाली की नहरें जुलाई से किसानों की मांग के अनुसार निरंतर संचालित हैं। रबी 1431 फसली के रोस्टर में जलाशयों में उपलब्ध जल के अनुसार पहली दिसंबर से सात दिनों तक नहरों को फिलहाल चलाया जाना प्रस्तावित है। जलाशयों मे पानी की उपलब्धता कम होने की समस्या हैं। इस कारण जहां नहरों से ही सिंचाई व्यवस्था है वहां किसान कम पानी की फसलों की बुआई करें, ताकि फसल बुआई के पश्चात पानी के अभाव में फसलों को क्षति न पहुंचे।


अधिशासी अभियंता अरविंद कुमार पांडे नें किसानों से यह अपील भी की है कि नहरों के संचालन के समय किसी प्रकार के बन्धे,खांदी, कटिंग जैसी अवैधानिक कार्य न करें। पानी की बर्बादी रोकने में सहयोग करें।