देहरादून ।उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने मदरसों में संस्कृत का भाषा को अनिवार्य करने का फैसला लिया है. उत्तराखंड के मदरसों में जल्द ही बच्चे संस्कृत की पढ़ाई करते देखे जा सकेंगे, इसके लिए शिक्षा छात्रों को पंडित देंगे. धामी सरकार के इस फैसले पर प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया है. उत्तराखंड मदरसा शिक्षा बोर्ड की इस पहल के बाद सहारनपुर में मदरसा संचालकों ने कहा इसमें कोई हर्ज नहीं.
उत्तराखंड मदरसा एजुकेशन बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती शमून काजमी ने दी है. उनका कहना है कि दोनों प्राचीन भाषा एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं.
उन्होंने कहा कि मदरसा बोर्ड की संस्कृत शिक्षा विभाग के साथ चर्चा हो गई है. जल्द ही एक एमओयू यानी समझौता ज्ञापन (MOU) करने के बाद उत्तराखंड के सभी रजिस्टर्ड मदरसों में संस्कृत शिक्षा का भी अध्ययन करवाया जाएगा. वहीं, इसके अलावा पारंपरिक भाषा के रूप में अरबी शिक्षा का भी ज्ञान उत्तराखंड के मदरसा बोर्ड में पंजीकृत मदरसों में दिया जाएगा.