संवाद।।शोएब कादरी
एटा जनपद के मारहरा कस्बा स्थित खानकाहे बरकातिया में उर्स ए अहसनुल उलमा की सालाना फातिहा संपन्न हुई। जिसमें बाहर से तशरीफ लाए लोगों ने अपनी अपनी तकरीर पेश की जिनमें कासिम हबीबी कानपुर ने पढा। देखा जो मुझे तपते हुए दस्त में कासिम भेजा वही रहमत की रिजा मेरे हसन ने और कलीम दानिश कानपुर ने अपने अपने कलाम पेश किए और जामिया अहसनुल बरकात के तालिबे इल्म ने भी अहसनु उलमा के बारे में तकरीर पेश की। सैयद अमान मियां कादरी ने अपने बयान में कहा कि हम सभी को अपने बच्चों को दीनी तालीम व दुनिया भी तालीम दिलाना चाहिए और खानकाह का जो पैगाम है। आधी रोटी खाईये बच्चों को पढ़ाइए। इस पर अमल करना चाहिए।
उसके बाद खानकाहे बरकातिया के सज्जादा नशीन सय्यद नजीब हैदर नूरी ने अपने खिताब मे कहा कि अहसनु उलमा के बताएं हुए रास्ते पर चलना चाहिए। अहसनु उलमा के बारे में कई वाक्या बताएं। उसके बाद सैयद अशरफ मियां ने भी सबके हक में दुआ की और उसके बाद सैयद मोहम्मद अमीन मियां कादरी ने अहसनुल उलमा की कुल की फातिहा पढ़ी। और मुल्क के लिए अमन और चैन की दुआ मांगी और बताया कि इस साल उर्स ए कासमी 15,16,17 नवंबर में होगा आप लोग तशरीफ़ लाएं। प्रोग्राम का संचालन कारी इरफान बरकती ने किया।
इस दौरान मौजूद लोगों में सैयद मोहम्मद उस्मान, सैयद मोहम्मद हैदर हसन, सैयद मोहम्मद मोहसिन,जामिया अहसनुल बरकात के प्रिंसिपल मौलाना इरफान अजहरी के साथ सारा स्टाफ व तलवा हाफिज जावेद हाफिज कमाल,असलम बरकाती, शकील बरकाती, मुस्ताक बरकाती, फरीद नूरी, साकिब नूरी, शोएब नूरी जहीर अहमद आदि लोग मौजूद रहे।