उत्तर प्रदेश

दीपावली पर पटाखों की बिक्री के लिए जिले में 23 स्थान निर्धारित, डीएम ने दिए सख्त निर्देश

संवाद।।  तौफीक फारूकी

फर्रुखाबाद। दीपावली के त्योहार को देखते हुए जिले में पटाखों की बिक्री और सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर जिला प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है। जिलाधिकारी डॉ. बीके सिंह ने अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक कर जिले में पटाखों की अस्थायी दुकानों के लिए 23 सुरक्षित स्थानों का चयन किया है। इन स्थानों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे, ताकि त्योहार के दौरान किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।
जिलाधिकारी डॉ. बीके सिंह ने बैठक में स्पष्ट रूप से कहा कि पटाखों की बिक्री के दौरान सुरक्षा के नियमों का सख्ती से पालन किया जाना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि हर क्षेत्र के लिए एक विशेष अधिकारी नियुक्त किया गया है, जो पटाखों की दुकानों की निगरानी करेंगे। सभी दुकानदारों को निर्देश दिए गए हैं कि वे केवल अधिकृत स्थानों पर ही दुकानें लगाएं और प्रशासन द्वारा जारी की गई सभी सावधानियों का पालन करें।
जिलाधिकारी ने अग्निशमन विभाग को भी अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अग्निशमन दल पूरी तरह से तैयार रहेगा। इसके अलावा, सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए पुलिस बल भी तैनात रहेगा, ताकि त्योहार के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखी जा सके।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने विभिन्न अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। प्रत्येक अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में स्थित पटाखों की दुकानों की जांच करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी सुरक्षा मानकों का पालन हो रहा है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि दुकानें ऐसी जगह लगाई जाएं जहां भीड़भाड़ न हो और दुर्घटनाओं की संभावना न के बराबर हो।
जिलाधिकारी ने कहा कि दीपावली के समय पटाखों की बिक्री और प्रयोग से संबंधित कई हादसे सामने आते हैं। ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि दुकानदार और ग्राहक दोनों ही सुरक्षा उपायों को लेकर सतर्क रहें। उन्होंने कहा कि अस्थायी दुकानों पर अग्निशमन यंत्रों की उपलब्धता सुनिश्चित की जानी चाहिए और दुकानदारों को नियमित रूप से सुरक्षा मानकों की जानकारी दी जाएगी।
जिलाधिकारी डॉ. बीके सिंह ने जिले की जनता से अपील की कि वे पटाखों का प्रयोग करते समय सावधानी बरतें और बच्चों को पटाखों से दूर रखें। उन्होंने कहा कि दीपावली का त्योहार खुशियों का प्रतीक है, लेकिन सुरक्षा की अनदेखी से यह पर्व दुख में बदल सकता है। जिले में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की जा रही है और जिला प्रशासन यह सुनिश्चित करने में जुटा है कि दीपावली का त्योहार सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से मनाया जाए।