उत्तर प्रदेशराजनीति

मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ सांप्रदायिक जजों के संरक्षक हैं- शाहनवाज़ आलम

देश में हो रही सांप्रदायिक हिंसा के लिए मुख्य न्यायाधीश भी ज़िम्मेदार

मस्जिद में घुसकर अराजकता करने वालों को निर्दोष बताने वाले जज को बर्खास्त करने के लिए अल्पसंख्यक कांग्रेस ने भेजा मुख्य न्यायाधीश को ज्ञापन

लखनऊ. कर्नाटक हाई कोर्ट द्वारा एक मस्जिद में हिंदुत्ववादी संगठन के लोगों द्वारा घुसकर जय श्री राम के नारे लगाकर सांप्रदायिक तनाव पैदा करने वालों को निर्दोष बता कर बरी कर देने वाले जज को पद से हटाने की मांग के साथ अल्पसंख्यक कांग्रेस ने जिला मुख्यालयों से मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ को ज्ञापन भेजा है।

कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और यूपी अल्पसंख्यक कांग्रेस के निवर्तमान अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने जारी बयान में आरोप लगाया कि मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ जी के प्रोत्साहन से ही सांप्रदायिक विचार से प्रभावित होकर फैसले दियजा रहे हैं। इसीलिए अल्पसंख्यक कांग्रेस ने मुख्य न्यायाधीश को ज्ञापन भेजकर उन्हें अपनी संवैधानिक ज़िम्मेदारी की याद दिलाते हुए कर्नाटक हाईकोर्ट के जज एम नाग प्रसन्ना को तत्काल पद से हटाने की मांग की गयी है।

शाहनवाज़ आलम ने कहा कि कर्नाटक हाई कोर्ट के जज के इस फैसले से आरएसएस से जुड़े अराजक तत्वों का मस्जिदों, चर्चों और गुरुद्वारों में घुसकर आतंक फैलाने का मनोबल बढ़ जाएगा। इसलिए ऐसी किसी भी घटना का लिए मुख्य न्यायाधीश ही दोषी माने जाएंगे क्योंकि अगर वो ऐसे जजों को हटा देते तो ऐसी घटनाएं नहीं होती।