उत्तर प्रदेशजीवन शैली

अभिभावक बेटियों के साथ मित्रवत् होकर बात करें, जिससे वह बिना डरे हुए कह सके अपनी बात- महामहिम राज्यपाल

युवाओं सोशल मीडिया पर हम हमारे पूर्वजों, हमारे शहीदों आदि के बारे में देखें और उनके जीवन वृत्तांत से लें प्रेरणा- महामहिम राज्यपाल उ0प्र0

उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को महामहिम राज्यपाल उ0प्र0 आनंदीबेन पटेल द्वारा किया गया सम्मानित

आगरा।।विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान से सम्बद्ध गणेश राम नागर सरस्वती बालिका विद्या मन्दिर, बल्केश्वर में नवनिर्मित सभागार का लोकार्पण महामहिम राज्यपाल उ0प्र0 आनंदीबेन पटेल के कर कमलों से किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ राज्यपाल  द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए महामहिम राज्यपाल  द्वारा कहा गया कि हम बेटियों को शिक्षा प्राप्त करा देते हैं और उन्हें मार्क्स व सर्टिफिकेट भी मिल जाते हैं, जिसे हम लोग अपने घरों में सर्टिफिकेट लगाते हैं, हमारे परिवारिजन समाज में चर्चा भी करते रहते हैं कि मेरी बेटी होशियार है, मेरी बेटी यह काम कर रही है, लेकिन कभी-कभी भूल अथवा अज्ञानता वश हमारी बेटियां ऐसी गलतियां कर देती हैं, जिसकी वजह से उनका जीवन अन्धकारमय हो जाता है।

अतः हम लोगों को सजग रहकर इस बात पर भी ध्यान रखना है कि हमारी बेटी कोई ऐसा कार्य न करे, जिससे उसका जीवन अन्धकारमय हो, साथ ही हमें उसके साथ मित्रवत् होकर उनसे वार्ता करनी चाहिए ताकि वह अपनी समस्याओं व विचारों को बिना डरे हुए हमसे कह सकें। उन्होंने डा0 भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह की चर्चा करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में उनके द्वारा विभिन्न स्तरों व विषयों के 118 पुरस्कार वितरित किये गये, जिसमें से 99 पुरस्कार सिर्फ बेटियों ने और 19 लड़कों ने प्राप्त किये, जो कि महिला सशक्तीकरण का एक अनूठा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि हम लोग अपने बेटों को तो अच्छे से अच्छे स्कूलों में शिक्षा प्राप्त करने हेतु भेजते हैं लेकिन बेटियों को सरकारी स्कूलों में भेजते हैं, जहां फीस नहीं लगती है, फिर भी हमारी बेटियां आगे चलकर अपना व परिवार का नाम रोशन करती हैं।


महामहिम राज्यपाल द्वारा कहा गया कि एक समय था जब लड़कियों की संख्या कम थी और लड़कियों को बचानें के लिए पूरे देश भर में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान चलाया गया, जिसका परिणाम है की आज लडकियां आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि आजकल कैंसर की संख्या बढ़ रही है और इसमें महिलाओं में सर्वाइकल, गर्भाशय तथा स्तन कैंसर बढ़ रहा है, जिसके इलाज में हमारे द्वारा लाखों रूपये खर्च किये जाते हैं। इसकी रोकथाम के लिए वर्तमान में एचपीवी वैक्सीन लगाई जा रही है।

जिससे स्तन कैंसर से निजात मिलती है यह वैक्सीन 9 से 14 साल की उम्र वाली बेटियों को दी जाती है तो उसको कैंसर नहीं होगा और अलग-अलग क्षेत्र के माध्यम से 14 साल की उम्र वाली बेटियों को चाहे कस्तूरबा गांधी विद्यालय स्कूल हो चाहे राज भवन की बेटियां हो इन सबको हम लोग वैक्सीन दिलवा रहे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर चर्चा करते हुए कहा कि आज कल के युवा इंस्टाग्राम, फेसबुक आदि सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का प्रयोग कर रहे हैं, जिसका उनके भविष्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।

माता-पिता यह ध्यान रखें कि हमारे बेटियां, हमारे बेटे मोबाइल में क्या देख रहे हैं इस पर भी ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर हम हमारे पूर्वजों के बारे में देखिए, हमारे शहीदों के बारे में देखिए, हमारी कई ऐसी माताएं हैं, जिन्होंने देश के विकास के लिए क्या काम किया, उन्होंने कैसे काम किया उसके बारे में देखिए और उनके जीवन वृत्तांत से प्रेरणा लेकर अपने भविष्य को समर्थता की ओर आगे ले जायें। उन्होंने कहा कि संस्थान द्वारा छात्रों के चरित्र निर्माण के लिए जो प्रयास किये जा रहें हैं वह प्रसंशनीय हैं, इससे सभी बच्चों के जीवन को भी प्रेरणा मिलती है और वह सही दिशा में आगे बढ़कर संस्था का नाम रोशन करते हैं।


कार्यक्रम के दौरान इंटरमीडिएट की छात्रा तनु अग्रवाल को उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु छात्रा अंशिका पचौरी को नीट परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु तथा छात्रा जागृति अग्रवाल को सीए परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन दुर्गेश शर्मा जी द्वारा किया गया तथा कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की प्रबंधक श्रुति सिंघल द्वारा सभी आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।