उत्तर प्रदेशजीवन शैली

स्टेडियम नाम विवाद कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा सौंपा ज्ञापन


संवाद/ शरद मिश्रा


बांदा। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित संपूर्णानंद के नाम पर वाराणसी स्थित प्रतिष्ठित स्टेडियम का नाम बदलने के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने जोरदार प्रदर्शन किया। जिला एवं शहर कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।


कांग्रेस जिला अध्यक्ष प्रद्युम्न कुमार “लालू” दुबे के नेतृत्व में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपते हुए इस कदम की कड़ी आलोचना की। दुबे ने कहा, “वर्तमान सरकार स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम पर बने संस्थानों के नाम बदलकर उनके अस्तित्व को मिटाने का प्रयास कर रही है, जिसे कांग्रेस पार्टी कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। यह केवल एक नाम परिवर्तन नहीं, बल्कि देश के स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति अपमान है।”


उन्होंने यह भी कहा कि यदि सरकार ने जल्द ही स्टेडियम का पुराना नाम बहाल नहीं किया, तो कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे पर आर-पार की लड़ाई लड़ेगी।  कार्यकर्ताओं ने जोर देकर कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का योगदान अमूल्य है और उनके नाम से जुड़े संस्थानों का सम्मान बनाए रखना सरकार का कर्तव्य है।
कांग्रेस पार्टी ने चेतावनी दी कि यदि नाम परिवर्तन वापस नहीं लिया गया, तो आने वाले दिनों में विरोध प्रदर्शन और तेज किया जाएगा। इस विरोध प्रदर्शन में शहर कांग्रेस अध्यक्ष अफसाना शाह, महामंत्री सत्य प्रकाश द्विवेदी, संजय द्विवेदी, पवन देवी कोरी, छेदी लाल धुरिया, राजेश गुप्ता “पप्पू”, डॉक्टर के पी सेन, बी. लाल, केशव पाल, और सुखदेव गांधी सहित कई प्रमुख कांग्रेस नेता उपस्थित रहे।


बांदा। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित संपूर्णानंद के नाम पर वाराणसी स्थित प्रतिष्ठित स्टेडियम का नाम बदलने के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने जोरदार प्रदर्शन किया। जिला एवं शहर कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।


कांग्रेस जिला अध्यक्ष प्रद्युम्न कुमार “लालू” दुबे के नेतृत्व में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपते हुए इस कदम की कड़ी आलोचना की। दुबे ने कहा, “वर्तमान सरकार स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम पर बने संस्थानों के नाम बदलकर उनके अस्तित्व को मिटाने का प्रयास कर रही है, जिसे कांग्रेस पार्टी कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। यह केवल एक नाम परिवर्तन नहीं, बल्कि देश के स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति अपमान है।”


उन्होंने यह भी कहा कि यदि सरकार ने जल्द ही स्टेडियम का पुराना नाम बहाल नहीं किया, तो कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे पर आर-पार की लड़ाई लड़ेगी। कार्यकर्ताओं ने जोर देकर कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का योगदान अमूल्य है और उनके नाम से जुड़े संस्थानों का सम्मान बनाए रखना सरकार का कर्तव्य है।
कांग्रेस पार्टी ने चेतावनी दी कि यदि नाम परिवर्तन वापस नहीं लिया गया, तो आने वाले दिनों में विरोध प्रदर्शन और तेज किया जाएगा। इस विरोध प्रदर्शन में शहर कांग्रेस अध्यक्ष अफसाना शाह, महामंत्री सत्य प्रकाश द्विवेदी, संजय द्विवेदी, पवन देवी कोरी, छेदी लाल धुरिया, राजेश गुप्ता “पप्पू”, डॉक्टर के पी सेन, बी. लाल, केशव पाल, और सुखदेव गांधी सहित कई प्रमुख कांग्रेस नेता उपस्थित रहे।