आगरा ।सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता माह का समापन भव्य “कटेन कॉल सेरेमनी” के माध्यम से हर्षोल्लासपूर्वक किया गया। इस माह भर चले अभियान का मुख्य उद्देश् समाज में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना और इसे जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग बनाना था। समापन समारोह में पूरे माह आयोजित कार्यक्रमों की झलकियाँ और प्रतिभागियों के समर्पण का एक संगीतमय संकलन प्रस्तुत किया गया, जिसने इस आयोजन को और भी विशेष बना दिया।
समारोह के दौरान मानसिक स्वास्थ्य माह के अंतर्गत आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं और सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र और पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर लगभग 100 डीएमएलटी छात्र, रेडियोलॉजी विभाग के लगभग 40 तकनीशियन, और फार्मेसी के करीब 100 छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे।
समारोह में मुख्य अतिथि के कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता, उप-प्राचार्य डॉ. टी.पी. सिंह, मानसिक रोग विभागाध्यक्ष डॉ. विशाल सिन्हा, तथा विभिन्न संकाय सदस्स डॉ. हरि सिंह, डॉ. कामना सिंह, डॉ. रेनू अग्रवाल, डॉ. ऋचा यादव, डॉ ऋचा गुप्ता, डॉ. दिव्या श्रीवास्तव, डॉ. प्रीति भारद्वाज एवं डॉ. अंकुर गोयल उपस्थित थे। सभी अतिथियों ने मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता को प्रोत्साहित करने के अपने विचार साझा किए और इस अभियान की सराहना की।
प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने अपने संबोधन में मानसिक स्वास्थ्थ और मित्रता के गहरे संबंध पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अच्छे मित्र हमारे मानसिक स्वास्थ्य को सशक्त बनाने में सहायक होते हैं और खुशहाल जीवन के लिए मित्रता का विशेष महत्व है। उन्होंने सकारात्मक सोच को मानसिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक बताया और समाज में ऐसे जागरूकता अभियानों को निरंतर बनाए रखने की अपील की। मानसिक रोग विभागाध्यक्ष डॉ. विशाल सिन्हा ने मानसिक स्वास्थ्य के प्रति समाज में सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने पर बल दिया और इसे जीवन में संतुलन बनाए रखने के लिए आवश्यक बताया।
समापन समारोह के अंत में, मानसिक रोग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. आशुतोष कुमार और असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. कश्यपी गर्ग ने आभार व्यक्त करते हुए सभी अतिथियों, प्रतिभागियों और आयोजन में शामिल सभी लोगों का धन्यवाद किया।
इस आयोजन को सफल बनाने में मानसिक स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों का विशेष योगदान रहा। साथ ही, रेजिडेंट डॉक्टरों में डॉ. आंचल, डॉ. रघुवीर, डॉ. दिलीप, डॉ. अंजन्मा, डॉ. विदुषी, डॉ. निधि, डॉ. अंकुर, डॉ. नियति, और डॉ. प्रियंका की मेहनत और समर्पण सराहनीय रहा, जिनके सहयोग से यह कार्यक्रम ऊंचाइयों पर पहुँचा।
इस समापन समारोह ने मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता माह के उद्देश्यों को सफलतापूर्वक संजोते हुए समाज में यह महत्वपूर्ण संदेश दिया कि मानसिक स्वास्थ्य भी शारीरिक स्वास्थ्य जितना ही आवश्यक है। यह आयोजन समाज में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने और इसे एक सामान्य चर्चा का विषय बनाने की दिशा में एक प्रेरणादायक प्रयास के रूप में सिद्ध हुआ, जो भविष्य में और भी व्यापक स्तर पर समाज को जागरूक करने का मार्ग प्रशस्त करेगा।