आगरा। सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज आगरा ऑंकोलॉजी विभाग में मरीज अपनी दाहिनी आंख में एक बड़े ट्यूमर के साथ आया, जिसके परिणाम स्वरूप एक वर्ष से अधिक समय से उसकी दृष्टि पूरी तरह से चली गई थी। कई केंद्रों पर उपचार से इनकार किए जाने के बाद एस एन मेडिकल कॉलेज की कैंसर सर्जरी टीम ने इस दुर्लभ चुनौती को स्वीकार किया।
सार्कोमा का नैदानिक संदेह उठाया गया था, और इमेजिंग ने दाहिनी कक्षा में एक महत्वपूर्ण ठोस ट्यूमर का पता लगाया, जो एक्स्ट्राओकुलर मांसपेशियों को संकुचित और घुसपैठ कर रहा था और कक्षीय दीवारों का विस्तार कर रहा था, अंततः ऑप्टिक तंत्रिका को प्रभावित कर रहा था।
एक बायोप्सी ने आंख के एक दुर्लभ स्यूडोट्यूमर के निदान की पुष्टि की। इसकी स्थानीय रूप से आक्रामक प्रकृति को देखते हुए, सर्जरी का विकल्प चुना। ऊपरी और निचली पलकों, लेवेटर मांसपेशी, ऑर्बिक्युलिस ओकुली और एक्स्ट्राओकुलर मांसपेशियों को संरक्षित करते हुए कक्षा का नेत्रच्छेदन (एन्युक्लिएशन) सफलतापूर्वक किया गया। परिणाम संतोषजनक रहा, और दूसरे चरण में एक कृत्रिम आंख लगाने की ट्रीटमेंट प्लानिंग की गई है ।
सर्जरी विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉ. (प्रोफेसर) प्रशांत लवानिया का विशेष सहयोग रहा । प्रोफेसर डॉ. जूही सिंघल एवं सभी वरिष्ठ संकाय सदस्यों का सहयोग रहा। एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा के प्रिंसिपल डॉ. (प्रोफेसर) ने सर्जिकल ऑन्कोलॉजी स्पेशलिटी के विकास में विशेष योगदान रहा है। उन्होंने बताया कि एस एन मेडिकल कॉलेज में नियमित रूप से सफलता पूर्वक कैंसर सर्जरी हो रही है,जिससे आस पास के आगरा एवं आसपास के मरीजों को बहुत लाभ मिल रहा है ।
एनेस्थीसिया टीम
- डॉ. योगिता द्विवेदी, डॉ. अंकिता, डॉ. दीपक, डॉ. पालिका l
ऑपरेटिंग टीम
डॉ. वरुण के. अग्रवाल, डॉ. गौरव सिंह, डॉ मीनाक्षी, डॉ वर्षा, डॉ मयंक द्वारा यह सर्जरी की गई।