आगरा। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अल्पसंख्यक दर्जा बरकरार रखने पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत करते हुए हिंदुस्तानी बिरादरी के अध्यक्ष एव भारत सरकार द्वारा कबीर पुरस्कार से सम्मानित डॉक्टर सिराज कुरैशी ने कहा की अलीगढ़ विश्वविद्यालय हो या बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी हिंदू मुस्लिम के ही नहीं बल्कि देश प्रदेश के मुख्य विश्वविद्यालय हैं इन विश्वविद्यालय से निकले विद्यार्थी दुनिया के अनेक देशों में भारत का नाम रोशन कर रहे हैं ऐसे विश्वविद्यालय को किसी विशेष वर्ग के रूप में अकना एक बेमानी होगी।
कुरैशी ने कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत हर वर्ग के लोगों को करना चाहिए अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय किसी एक वर्क का न होकर भारत की शान है उनकी उन्नति होना भारत की शिक्षा जगत की उन्नति है।
युवा मुस्लिम नेता अदनान कुरैशी का यह कहना भी उचित लगा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट ने किसी भेदभाव के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का निर्णय सुना कर विश्व पटल पर देश के कानून को चमकाने का कदम उठाया है कट्टर पंक्तियों के ऊपर तमाचा है सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय से पूरे देश के कानून की सरहाना हुई है मुस्लिम विद्यालय में ही नहीं बल्कि शिक्षा जगत में इस निर्णय की सराहना की जा रही है