भागलपुर/मुंगेर: जिला उर्दू भाषा कोषांग ,मुंगेर ने उर्दू भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए उर्दू निदेशालय,सचिवालय, पटना द्वारा “तर्की ए उर्दू” के तहत जिला स्तरीय आर्ट गैलरी, मुंगेर में एक कार्यशाला, सेमिनार और मुशायरा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाधिकारी श्री अवनीश कुमार सिंह ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। इस कार्यक्रम में जिले के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों एवं प्रोफेसरों ने भाग लिया। इस अवसर पर जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से निश्चित रूप से उर्दू भाषा को बढ़ावा मिलता है और उर्दू एवं हिंदी भाषा का रिश्ता बहनों जैसा है।उन्होंने यह भी कहा कि उर्दू भाषा के प्रचार-प्रसार में शायरों ने अहम भूमिका निभाई है, जिनमें मीर तकी मीर, मिर्जा गालिब, फैज अहमद फैज और इकबाल जैसे शायर प्रमुख हैं।उन्होंने कार्यक्रम के उद्घाटन में शामिल हुए सभी लोगों को धन्यवाद दिया.
प्रोफ़ेसर शाहिद रज़ा जमाल ने डेलीगेट की हैसियत से उर्दू के प्रचार-प्रसार और प्रकाशन के लिए घर-घर तक उर्दू की बात पहुंचाने पर जोर दिया और कहा कि फिराक के हिसाब से इसलिए उर्दू पढ़ें ताकि आप अफसर बनने के बाद अफसर दिखाई दे सकें।
इस कार्यक्रम के तहत सम्मानित अतिथियों, विशिष्ट अतिथियों और कार्यशाला में भाग लेने वाले सभी को उपहार के रूप में बैग दिए गए। कार्यक्रम का संचालन मोहम्मद मेराज, उर्दू ट्रांसलेटर, कलेक्टेरिएट, मुंगेर द्वारा किया गया। इस अवसर पर श्री मनोज कुमार, श्री फारुख रहमान,प्रोफेसर शाहिद रजा जमाल, सहायक प्रोफेसर जैन शम्सी, डॉ. आसिफ अली, श्री सदरुल रजा, मौलाना अब्दुल्ला बुखारी, अबु मोहम्मद और जिमी आदि प्रमुख हैं। शायरों में डॉ. जावेद अख्तर आजाद, इकबाल अहमद इकबाल, रखशान हाशमी, इमाम अनीस, मुहम्मद हुसैन, खालिद शम्श, अब्दुल शकूर, खुर्शीद गौहर ,मुहम्मद साबिर अनवर और मुहम्मद अहसान अनवर शामिल थे। छात्र-छात्राओं में फहमीदा सवा, गाजी अमीन, फिजा परवीन, मुहम्मद नेमत व मलिका निशात शामिल रहे। अंत में श्री जावेद अख्तर, प्रभारी, जिला उर्दू भाषा कोषांग, मुंगेर ने सभी लोगों को धन्यवाद दिया और भविष्य में भी कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग की अपील की।