आगरा। डॉ भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय आगरा के सामुदायिक रेडियो में “हमारे बुज़ुर्ग हमारा अभिमान” विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमे शहर के कुछ वरिष्ठ नागरिकों ने अपने विचार रखें और साथ ही इसलिए विषय पर कविता के माध्यम से सभी का मनोरंजन भी किया आज कार्यक्रम में उपस्थित सुशील सरित, कुसुम चतुर्वेदी, राजेंद्र मिलन, चंद्र शेखर शर्मा, हरीश भदौरिया, सुधीर शर्मा, आदि कार्यक्रम की शुरुआत में सबसे पहले सभी को गुलाब का फूल देकर उनका स्वागत किया गया और फिर विचाऱ गोष्ठी के माध्यम से विचारों का आदान प्रदान हुआ।
साथ ही सामुदायिक रेडियो 90.4 “आगरा की आवाज़” को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार और सामुदायिक रेडियो संगठन की और से पांच माह के लिए रेडियो प्रोजेक्ट मिला है जो वृद्धिजनों को समर्पित है. इस प्रोजेक्ट के दौरान सरकार द्वारा बुज़ुर्गो के लिए चलाई जा रही सभी हितकर योजनाओं के लाभ से उनको अवगत कराना और सुविधाएं पहुंचना है।
अटल वयो अभ्युदय योजना के तहत ये कार्यक्रम चलाया जायेगा जिसमें 24 रेडियो कार्यक्रम और 10 नैरोकास्टिंग, जिसे पब्लिक मीटिंग या आउटरीच गतिविधि भी कहते हैँ करनी होंगी.
इन 24 एपिसोड रेडियो कार्यक्रम में दो मुख्य चरित्र रहेंगे. जिनमे हैँ भारत दादा जी ओर उनकी पोती लक्ष्मी जो गुदगुदाती बातों से सबका मनोरंजन भी करेंगे ओर साथ ही जानकारी भी देंगे.
सोमवार और पुनः प्रसारण इस 30 मिनट के रेडियो कार्यक्रम का 90.4 आगरा की आवाज़ पर 18 नवंबर 2024 से 31 मार्च 2025 तक होगा।
कुलपति प्रो आशु रानी ने अपनी रेडियो टीम को बधाई दी और बताया की इस समय लगभग देश में 500 सामुदायिक रेडियो संचालित हैँ जिनमे से सिर्फ 200 कम्युनिटी रेडियो को ही मंत्रालय की ओर से ये कार्यक्रम मिला है वो भी एक लाख बीस हज़ार रूपए का ओर इसमें भी उत्तरप्रदेश की प्रमुख 30 सामुदायिक रेडियो को ये प्रोजेक्ट मिला है जिसमें से एक आगरा विश्वविद्यालय का रेडियो आगरा की आवाज़ है। रेडियो निदेशिका प्रो अर्चना सिंह ने बताया की हमारा रेडियो युवाओं पर, महिलाओ पर, स्वास्थ्य सम्बंधित और कृषि सम्बंधित बहुत से सरकारी प्रोजेक्ट कर चुका है और कर भी रहा है लेकिन ये बहुत गौरव की बात है की इस बार सभी वरिष्ठजनों के लिए कुछ करने का मौका हमें मिला है।
कार्यक्रम अधिशासी पूजा सक्सेना ने बताया की सामुदायिक रेडियो संगठन के सहयोग से बहुत से प्रोजेक्ट्स हमें करने को मिलेगा हैँ जिनमे से एक ये है जिसका शीर्षक है ” हमारे बुज़ुर्ग हमारा अभिमान”. इसलिए कार्यक्रम के लिए एक महीना पूर्व ही तैयारियां मंत्रालय ने और संगठन ने शुरू करके देश में अच्छा काम करने वाले कम्युनिटी रेडियो का चुनाव करना शुरू कर दिया था. सिलेक्शन होने के बाद आगे प्रक्रिया में मंत्रालय के साथ पहले हमारा एक अनुबंध MoU sign हुआ और फिर ऑनलाइन में इसलिए प्रोजेक्ट की रूपरेखा समझाई गईं काम और मेहनत बहुत है इसलिए प्रोजेक्ट् में पर हमारी पूरी टीम बहुत उत्साहित है क्यूंकि पहले से ही शहर के कुछ वृद्धजन हमारे साथ जुड़कर सालों से कम्युनिटी मेंबर्स के रूप में कार्य कर रहे थे।
रेडियो इंजीनियरिंग असिस्टेंट तरुण श्रीवास्तव ने बताया की इसलिए कार्यक्रम के पहले 100 लोगों का एक बेसलाइन सर्वे फॉर्म भी हमें भरवा रहे हैँ और अंत में एंडलाइन सर्वे भी होगा जिसके लिए हमें अपने छात्र रेडियो वालंटियर्स का सहयोग लेगे.