श्रीकृष्ण लीला शताब्दी वर्ष महोत्सव में निकली श्रीकृष्ण बलराम जी की शाेभायात्रा
नगर भ्रमण में जगह− जगह हुई शाेभायात्रा पर पुष्पवर्षा, 50 सवारियां रहीं आकर्षण का केंद्र
ढोल ताशाें संग शहर के प्रतिष्ठित बैंड ने दी शाेभायात्रा में प्रस्तुति, मार्गभर हुआ प्रसादी का वितरण
आगरा। अधर्म पर धर्म की पताका फहरा, आतंक और आसुरी शक्तियों के पर्याय मामा कंस का वध कर जब श्रीकृष्ण अपने ज्येष्ठ भ्राता बलराम के साथ नगर भ्रमण पर निकले तो मानो आगरा नगरी मथुरा नगरी बन गयी और हर ओर जय श्रीकृष्ण के जयघोष लगने लगे। आकाश से लेकर धरती तक हर ओर पुष्प वर्षा होने लगी और द्वार− द्वार पर स्वागत को पंक्तियां सज गयीं।
वाटरवर्क्स स्थित गौशाला में श्रीकृष्ण लीला समिति के तत्वावधान में चल रहे श्रीकृष्ण लीला शताब्दी वर्ष महोत्सव के 11 वें दिन शुक्रवार को श्रीकृष्ण बलराम की शाेभायात्रा निकाली गयी। शाेभायात्रा का मुख्य आकर्षण मयूर रथ था। गुलाबी और नीले रंग के मयूर रथ पर मोर मुकुट धारण कर श्रीकृष्ण और शेषनाग के अवतार बलराम जी के स्वरूप विराजमान थे। मुख्य अतिथि विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल के साथ महंत अनंत उपाध्याय, महामंत्री विजय रोहतगी, संजीव गुप्ता ने स्वरूपों की आरती उतारी। मंत्रोच्चारण के साथ पूजन हुआा। गौशाला से नगर भ्रमण के लिए दोनों भ्राता 50 झांकियों, उंट− घोड़े, ढोल ताशे और बैंड के साथ निकले।
गौशाला परिसर से सर्वप्रथम गणेश जी की सवारी की निकासी हुई। सवारी में महाकाल, श्रीराम दरबार, श्रीखाटू श्याम जी का डोला, सुदर्शन चक्र लीला, कुरुक्षेत्र में गीता का उपदेश, दामोदर लीला, महालक्ष्मी, लक्ष्मी नारायण, महावीर हनुमान जी, मयूर नृत्य, रास लीला, श्रीकृष्ण सुदामा मिलन लीला, अमरनाथ जी, बांके बिहारी जी, विट्ठलनाथ जी सहित विभिन्न झांकियां शामिल थीं। शाेभायात्रा में इस वर्ष पहली बार मां पीताम्बरा देवी की झांकी भी मुख्य आकर्षण का केंद्र रही। पीले झंडों से सज्जित मां पीतांबरा की झांकी दूर से ही आकर्षित कर रही थी।
शहर के प्रतिष्ठित चार बैंड लगातार ओम जय जगदीश हरे की आरती सहित विभिन्न भजनों की प्रस्तुतियां देते हुए साथ साथ चल रहे थे। बेलनगंज, कचहरी घाट, छत्ता बाजार, दरेसी नं.2, रावतपाड़ा, सुभाष बाजार, जौहरी बाजार, कसेरट बाजार, किनारी बाजार, सेव का बाजार, फुलट्टी, छिलीईंट घटिया, सिटी स्टेशन रोड, धूलियागंज, पथवारी, बेलनगंज तिकोनिया होती हुई शाेभायात्रा देर रात गौशाला वापस आई। मार्ग में सैंकड़ों स्थानों पर श्रीकृष्ण बलराम के स्वरूपों की आरती उतारी गई और फूल बरसाए गए। जगह− जगह उंचें मकानों और स्थानीय दुकानों से लोगों ने अपने आराध्य के स्वरूपों के अपलक दर्शन कर स्वयं को धन्य किया। शाेभायात्रा के मार्ग में हर भक्त की जिव्हा पर राधे− राधे के जयघोष लगातर सज्जित हो रहे थे।
इस अवसर पर मनोज गुप्ता, अशाेक गोयल, पीके मोदी, संजय गर्ग, शेखर गोयल, गिर्राज बंसल, कैलाश खन्ना, संजय चेली, मनोज बंसल, बृजेश अग्रवाल, केके अग्रवाल, विष्णु अग्रवाल, मनोज अग्रवाल पोली, आदर्श नंदन गुप्त, अनूप गोयल, पुनीत, लक्ष्मण शर्मा, तनुराग आदि सदस्य पीत वस्त्रों में शामिल रहे।
आज होगी रुक्मणि मंगल लीला
श्रीकृष्ण लीला समिति के अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने बताया कि शनिवार को द्वारिकापुरी रुक्मणि मंगल विवाह लीला का प्रसंग होगा। जिसमें रथ पर भगवान कृष्ण के स्वरूप मां लक्ष्मी जी का अवतार रुक्मणि जी को द्वारिका लेकर जाएंगे।