ग्राम पंचायत विकास योजना और खेलों में वंचित वर्ग के बच्चों के हितों पर होगा मंथन
सरकारी, गैर सरकारी व सीएसआर एक साथ बैठ कर सीएम योगी के विकसित प्रदेश के स्प्न को देंगे पंख
आगरा। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ‘ग्रामीण भारत’ और ‘खेलों की दुनिया’ में बाल अधिकार संरक्षण के लिए अन्तर्राष्ट्रीय बाल दिवस पर बीस नवम्बर को रोडमैप तैयार किया जाएगा । इस संबंध में लखनऊ के होटल ताज में समागम 24’ समिट का आयोजन किया जा रहा है जहां सरकारी, गैर सरकारी और कार्पोरेट भागीदार एक मंच पर एक साथ बैठ कर मंथन करेंगे।
सुनिश्चित किया जाएगा कि ग्राम पंचायत विकास योजनाओं और खेलों में वंचित वर्ग के बच्चों के अधिकारों का प्रभावी संरक्षण किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विकसित प्रदेश के स्वप्न को पंख देने में यह समिट मंददगार बनेगा। आयोजन में एक ही मंच से दो राज्यों के राज्यपाल, प्रदेश सरकार के चार मंत्रीगण, कई वरिष्ठ अधिकारीगण और कार्पोरेट सामाजिक संगठन (सीएसआर) एक ही दिन जुड़ेंगे।
मुख्य आयोजक और गोरखपुर की स्वयंसेवी संस्था सेफ सोसाइटी के निदेशक विश्व वैभव शर्मा ने बताया कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए निरंतर प्रयत्नशील है। इन प्रयासों को सामूहिक उत्तरदायित्व, बेहतर समन्वय और साझा रणनीति से सफल बनाने के क्रम में ही इस समिट का आयोजन किया जा रहा है।
समिट में प्रदेश सरकार के कई वरिष्ठ मंत्रीगण, अफसर, स्वयंसेवी संस्थाएं, कार्पोरेट सामाजिक संगठन और मीडिया भागीदार हिस्सा लेकर रोडमैप तैयार करेंगे। पंचायती राज विभाग और खेल विभाग की प्रभावी भागीदारी भी सुनिश्चित की जा रही है। एक मंच पर बैठ कर तय किया जाएगा कि किस प्रकार से ग्राम पंचायत स्तर पर और खेल के क्षेत्र में बच्चों का बेहतर भविष्य सुनिश्चित किया जाए।
श्री शर्मा ने बताया कि इस आयोजन से हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और आसाम के राज्यपाल एवं मणिपुर के कार्यवाहक राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य वर्चुअली जुड़ेंगे। कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के उद्योग विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, खेलकूद मंत्री गिरीश चंद्र यादव और पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर विभिन्न सत्रों के मुख्य अतिथि होंगे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर और महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला लगातार दूसरे वर्ष इस समिट में बतौर विशिष्ट अतिथि प्रतिभाग करेंगी। आयोजन में में ब्रिटिश एशियन ट्रस्ट, सीएसआर यूनिवर्स, बाल अधिकार संरक्षण आयोग, महिला एवं बाल विकास, सेफट्टीट्यूड और शिवनादर फाउंडेशन का सक्रिय सहयोग और प्रतिभाग होगा।
पहले चरण में हुए थे अहम निर्णय
समागम के प्रथम चरण का आयोजन भी प्रदेश की राजधानी लखनऊ के एक निजी होटल में हुआ था। बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने इसका शुभारंभ किया था। तत्कालीन केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर और प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला समेत कई वरिष्ठ अधिकारीगण और कार्पोरेट ने इसमें हिस्सा लिया था। पिछले वर्ष हुए समिट में दो सौ से अधिक स्वयंसेवी संस्थाओं, बीस से अधिक कार्पोरेट सामाजिक संगठनों और सत्तर से अधिक मीडिया संस्थानों ने प्रतिभाग किया। समिट के जरिये बाल शिक्षा, बाल स्वास्थ्य, बाल श्रम निषेध और बाल अधिकार संरक्षण समेत बच्चों के हितों के विभिन्न पहलुओं के बारे में चर्चा की गयी थी।
ऐसे पूरा होगा उद्देश्य
समागम दो हजार चौबीस का उद्देश्य यह पता लगाना है कि प्रदेश में बाल विकास व बाल संरक्षण के क्षेत्र में आखिर जरुरत कहाँ अधिक है । इसका चिन्हांकन सरकार करेगी और इस कार्य में गोरखपुर की संस्था सेफ सोसाइटी और सहयोगी संगठन मदद करेंगे। आवश्यकताओं के चिन्हांकन के बाद इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट, पंचायती राज और खेलकूद विभाग के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कॉर्पोरेट की मदद से इसकी पूर्ति के लिए प्रभावी कार्यान्वन योजना बनाने का प्रयास होगा । सभी कॉर्पोरेट अपना अपना योगदान इसी कार्ययोजना के अनुसार समन्वित वातावरण में देंगे । इस प्रकार संसाधनों की पहुंच वहां तक बन सकेगी, जहां वास्तव में इसकी अधिक आवश्यकता है।