उत्तर प्रदेशराजनीति

वीरता साहस और संघर्ष की देवी थीं इंदिरा गाँधी: अमित सिंह

आगरा । भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गाँधी की जयंती के अवसर पर राजा मंडी स्थित महानगर कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इससे पूर्व माल रोड स्थित इंदिरा गाँधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया गया।

विचार गोष्ठी मे महानगर अध्यक्ष अमित सिंह ने कहा की इंदिरा गाँधी साहस, वीरता और संघर्ष की देवी थीं उन्होंने कहा की पाकिस्तान के दो टुकड़े करके बांग्लादेश बनाकर पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब दिया था। इंदिरा गांधी ने जीवन भर भारत के लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए संघर्ष किया था। उन्होंने धर्मनिरपेक्षता, राष्ट्रीय एकता और समानता पर आधारित लोकतंत्र की परंपराओं और सिद्धांतों का सही मायने में पालन किया था। उन्होंने कई दूरगामी योजनाएं लागू कीं ताकि देश के हर वर्ग को विकास का लाभ मिले और सभी को समान अवसर मिलें।

बैंकों का राष्ट्रीयकरण, राजा-महाराजाओं के प्रिवी पर्स की समाप्ति, तेल कंपनियों का राष्ट्रीयकरण, देश के संसाधनों का समान वितरण आदि उनके कुछ प्रगतिशील कदम थे। इंदिरा गाँधी चाहती थीं कि हर भारतीय सम्मान का जीवन जिए। उन्होंने समाज के शोषित वर्ग और सदियों से उपेक्षित और प्रताड़ित भारतीय महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में कई कदम उठाए थे। उन्होंने कहा की उनके शासन के दौरान महिलाओं को समान अधिकार मिले, खेतिहर महिला मजदूरों को पुरुषों के बराबर वेतन देने का कानून बनाया गया, कामकाजी महिलाओं के कल्याण के लिए उन्होंने कई योजनाएं शुरू की थीं। संचालन मीडिया प्रभारी याकूब शेख ने किया ।

कार्यक्रम मे मुख्य रूप से लक्ष्मीनारायण सिंह,अज़हर वारसी, संतोष दीक्षित, बासित अली, कपिल गौतम,डॉ. मधुरिमा शर्मा, सचिन चौधरी,ताहिर हुसैन,अश्वनी बिट्टू, बशीर रॉकी, रमेश पहलवान,राजीव गुप्ता,अनुज शिवहरे,अदनान कुरैशी, गीता सिंह, अहमद हसन, रत्ना शर्मा, लता कुमारी, रामबाबू कन्नौजिया, विवेक सिंह, धर्मेंद्र सिंह, मुकेश शर्मा, कबीर कुरैशी, मोहम्मद आरिफ, आर. वी धाकरे, महेंद्र सिंह तिलक, वरुण धुपर, अकबर उस्मानी, बंटी खान, अमित वाल्मीकि, विकास माहौर, हिमांशु सारस्वत, सुरेश बाबू, सुधीर शर्मा,
आदि मौजूद रहे।