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राज्यपाल से नैक में ए प्लस ग्रेड प्राप्त डॉ0 भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय, आगरा की नैक टीम ने मिलकर साझा किए अनुभव और उपलब्धि की खुशियां

राज्यपाल विश्वविद्यालय की नैक टीम के साथ मध्यान्ह भोज में हुई सम्मिलित

कठिनाइयों को अवसर में बदलें और समर्पण के साथ कार्य करें

विपरीत परिस्थितियों में भी संघर्ष से सफलता प्राप्त की जा सकती है। राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल

आगरा। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं राज्य विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल सेे आज राजभवन में नैक में ए प्लस ग्रेड प्राप्त डॉ0 भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा की गठित नैक टीम के सदस्यगणों ने मुलाकात कर अपनी उपलब्धियों एवं अनुभवों को साझा किया। इस अवसर पर राज्यपाल जी द्वारा उनका उत्साहवर्द्धन किया गया और वे उनके साथ राजभवन में आयोजित मध्यान्ह भोज में सम्मिलित हुईं।
राज्यपाल जी ने इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो आशु रानी एवं IQAC निदेशक प्रो संजीव कुमार द्वारा नैक तैयारी हेतु गठित टीम को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हमारे जीवन में समस्याएं और परेशानियां आती हैं, लेकिन इनसे जूझते हुए अच्छा परिणाम प्राप्त करना महत्वपूर्ण है। कठिनाइयों को अवसर में बदलें और समर्पण के साथ कार्य करें। उन्होंने गुजरात में आए भूकंप का उदाहरण देते हुए कहा कि विपरीत परिस्थितियों में भी संघर्ष से सफलता प्राप्त की जा सकती है।
कुलाधिपति जी ने कहा कि अच्छे कार्य करने में नकारात्मक लोग बाधा बनते हैं, लेकिन हमें उन चुनौतियों का सामना करते हुए अपने कार्य में सुधार की ओर बढ़ना चाहिए। उन्होंने आगरा विश्वविद्यालय की छवि को सुधारने और बदलने का आह्वान करते हुए आगामी नैक और एन0आई0आर0एफ0 की तैयारी हेतु विश्वविद्यालय की टीम को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि यदि भारत देश को आगे बढ़ाना है तो हमें समर्पण से निरंतर कार्य करते रहना चाहिए।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव, डॉ सुधीर महादेव बोबडे ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद विश्वविद्यालय को नैक में ए प्लस ग्रेडिंग प्राप्त करना एक सराहनीय उपलब्धि है। उन्होंने कहा यह परिवर्तन विश्वविद्यालय की छवि को नई दिशा दे रहा है।
विशेष कार्याधिकारी शिक्षा, डॉ पंकज एल0 जानी ने भी विश्वविद्यालय और उसकी टीम को बधाई दी और कहा कि अच्छे कार्य में समय लगता है, लेकिन यह लंबी यात्रा का पहला कदम है।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के नैक टीम के सभी 7 क्राइटेरिया हेड्स, विशिष्टता (Distingtivness) में सामुदायिक रेडियो और टीम सहयोगियों ने अपनी-अपनी तैयारियों के बारे में अनुभव साझा किया। विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ0 आशु रानी ने कहा कि उन्होंने कुलाधिपति महोदया के निर्देशों का अक्षरशः पालन किया गया, जिससे परिणाम प्राप्त करने में मदद मिली। उन्होंने इस सफलता को विश्वविद्यालय के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि परिणाम प्राप्ति के बाद लोगों का विश्वविद्यालय के प्रति नजरिया बदला। उन्होंने राज्यपाल जी की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन को सफलता का कारण बताते हुए कहा कि आगे भी माननीया के निर्देशों का पालन कर बड़े लक्ष्यों की प्राप्ति की जायेगी।
नैक टीम के अन्य सदस्यों ने भी नैक की तैयारी के दौरान अपने व्यक्तिगत, पारिवारिक और कार्यालयी अनुभवों को साझा करते हुए राज्यपाल जी के मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने नैक हेतु तैयारियों के अनुभव एवं प्राप्त परिणाम की उपलब्धियों के अनुभव को कुलाधिपति जी के साथ साझा किया। इस क्रम में विश्वविद्यालय की टीम द्वारा नैक हेतु तैयारी दौरान आने वाली चुनौतियों और बाधाओं से निपटने के प्रयासों के बारे में चर्चा की गयी।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के विभिन्न क्राइटेरिया हेड्स, आई0क्यू0ए0सी0 निदेशक, कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक, प्रतियोगिता कुलपति और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।