संवाद/ विनोद मिश्रा
बांदा। जिला स्वास्थ्य समिति और पल्स पोलियो जिला टास्क फोर्स की बैठक शनिवार देर शाम डीएम नगेंद्र प्रताप की अध्यक्षता में हुई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न कार्यक्रमों और सूचकांकों की समीक्षा की गई।नसमीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि जननी सुरक्षा योजना के तहत संस्थागत प्रसव का आंकड़ा लक्ष्य से काफी कम है। उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया कि इसे प्राथमिकता देते हुए जल्द सुधार किया जाए और लक्ष्य को हासिल किया जाए।
बैठक में टीकाकरण की प्रगति की भी समीक्षा की गई। कुछ ब्लॉकों में टीकाकरण की धीमी प्रगति पर डीएम ने नाराजगी जताई और सुधार के निर्देश दिए। यूनिसेफ ने बताया कि टीकाकरण सत्रों का सपोर्टिव सुपरविजन बहुत कम हो रहा है। इस पर डीएम ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि टीकाकरण सत्रों का नियमित भ्रमण सुनिश्चित करें। बैठक में बताया गया कि जिले में 60 आशा कार्यकर्ताओं का चयन होना था, लेकिन अब तक केवल 14 का चयन हो सका है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि एक महीने के भीतर सभी आशाओं का चयन पूरा किया जाए।
जिलाधिकारी ने आगामी 8 दिसंबर से शुरू होने वाले पल्स पोलियो अभियान की तैयारियों को लेकर भी दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने चिकित्सा विभाग को सभी व्यवस्थाएं समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए। साथ ही, बेसिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों को पोलियो अभियान के दिन खुले रखने का आदेश दिया ताकि बच्चों को समय पर पोलियो ड्रॉप्स पिलाई जा सके।बैठक में अपर जिलाधिकारी राजेश कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिल श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। डीएम ने सभी संबंधित विभागों से अपेक्षा की कि वे अपने कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा करें और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाएं।