रविवार को 2527 बूथों पर पिलाई गई दो बूंद जिंदगी की
सोमवार से घर-घर जाकर पोलियो की दवा पिलाएंगी 1716 टीमें
अभियान के दौरान 6.95 लाख पांच साल तक के बच्चों को पिलाई जाएगी दवा
आगरा । रविवार को पल्स पोलियो अभियान का जनपद में शुभारंभ हो गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने जीवनी मंडी नगरीय स्वास्थ्य केंद्र पर नौ माह के करन और दो वर्ष के वैभव को पोलियो की दवा पिलाकर अभियान का शुभारंभ किया। जनपद में रविवार को 2527 बूथों पर पोलियो की दवा पिलाई गई। अब सोमवार से घर-घर जाकर पल्स पोलियो की दवा पिलाई जाएगी।
रविवार को जीवनीमंडी नगरीय स्वास्थ्य केंद्र पर एडी हेल्थ डॉ. ज्योत्सना भाटिया ने बूथ का फीता काटकर उदघाटन किया। एडी हेल्थ ने लोगों को संबोधित करते हुए पोलियो की दवा पिलाने की अपील की। उन्होंने कहा कि पल्स पोलियो की दवा सुरक्षित और असरदार है। इसके प्रति मिथक और भ्रांतियों के कारण पड़ोसी देश पाकिस्तान और अफगानिस्तान में पोलियो का उन्मूलन नहीं हो सका, जबकि भारत में पोलियो उन्मूलन संभव हो गया। चूंकि पड़ोसी देशों में पोलियो के वायरस मौजूद हैं। इसलिए एहतियात के तौर पर भारत के भी हर शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चे को पोलियो से पूर्ण प्रतिरक्षित किया जाना अनिवार्य है।
सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि प्रत्येक अभिभावक का दायित्व है कि वह अपने पांच साल तक के बच्चों को पोलियो की दवा अवश्य पिलाएं। अभियान को सफल बनाने के लिए कई विभागों का सहयोग लिया है, साथ ही पल्स पोलियो अभियान के प्रति अभिभावकों जागरूकता के संदेश भी दिए गए। उन्होंने बताया कि जिले में रविवार को आयोजित बूथ दिवस पर 2527 बूथों पर शून्य से पांच वर्ष तक के 2,28547 बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई गई।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. संजीव वर्मन ने बताया कि पोलियो का टीका नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में भी शामिल है । पल्स पोलियो का ड्रॉप जन्म के समय ही दिया जाता है। इसके अलावा छह, दस और चौदह सप्ताह पर भी यह ड्रॉप पिलाया जाता है । इसकी बूस्टर खुराक सोलह से चौबीस महीने की आयु में भी दी जाती है। डॉ. संजीव वर्मन ने बताया कि अभियान के दौरान करीब 9.43 लाख घरों के बच्चे पोलियो से बचाव की दवा से आच्छादित किये जाने हैं। घर घर भ्रमण के लिए 1716 टीमें बनाई गई हैं। इन टीमों की मॉनीटरिंग 530 पर्यवेक्षक करेंगे। कुल 42 मोबाइल टीमें और 99 ट्रांजिट टीमें भी अभियान का हिस्सा बनेंगी। पार्टनर संस्थाएं क्षेत्र में जाकर अभियान को देखेंगी और फीडबैक देंगी। प्रतिदिन होने वाली सांध्यकालीन बैठकों में अभियान की निरंतर समीक्षा की जाएगी।
जीवनी मंडी नगरीय स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. मेघना शर्मा ने बताया कि यूपीएचसी जीवनीमंडी के कार्यक्षेत्र में 24 बूथ लगाकर आशा कार्यकर्ता और बुलावा टोली के सहयोग से 2500 बच्चों को पोलियों की दवा पिलाकर प्रतिरक्षित किया गया। सोमवार से घर-घर जाकर टीमें पोलियों की दवा पिलाएंगी। पोलियो की खुराक पूरी तरह सुरक्षित है । सभी अपने पांच साल तक के बच्चों को पोलियों की खुराक अवश्य पिलाएं।
नगला धनी निवासी 25 वर्षीय शालिनी बताती है मैं बहुत खुश हूं मेरे बच्चे वैभव को सीएमओ साहब ने स्वयं पोलियो की खुराक पिलाई। पोलियो की खुराक बच्चों के लिए सुरक्षित है यह भी बताया। मैं अपने बच्चे को पांच वर्ष तक पोलियो की खुराक अवश्य पिलाऊंगी। पोलियो अभियान की जानकारी अनाउंसमेंट, टीवी और व्हाट्सएप के माध्यम से अभियान से पूर्व ही प्राप्त हो गई थी । आशा कार्यकर्ता द्वारा मेरे घर आकर मुझे पल्स पोलियो अभियान के बारे में जानकारी प्राप्त कराई गई थी और पोलियो की खुराक बूथ पर ही पिलाने के लिए भी समझाया गया था।
इस अवसर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की एसएमओ डॉ. महिमा चतुर्वेदी, यूनिसेफ के डीएमसी राहुल कुलश्रेष्ठ, एएनएम सगीता सागर, स्टाफ नर्स अंजलि, आशा कार्यकर्ता मधु सहित समस्त स्टाफ मौजूद रहा ।