आगरा। श्री बांके बिहारी एजुकेशन सोसाइटी गांधी अध्ययन केंद्र,विधि विभाग,मिशन शक्ति के संयुक्त तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के पूर्व संध्या पर मानवाधिकार चुनौतिया एवं समाधान संगोष्ठी एवं प्रशिक्षण एवं जागरूकता सप्ताह (9 दिसंबर 2024 से 15 दिसंबर 2024)का आयोजन का शुभारंभ आज किया गया। संगोष्ठी का विषय “मानवाधिकार: चुनौतियां एवं समाधान”था।
संगोष्ठी की मुख्य अतिथि बबीता चौहान अध्यक्ष राज्य महिला आयोग उत्तर प्रदेश,दिव्यानन्द दुबे नोडल अधिकारी विधिक प्राधिकरण आगरा,मुख्य वक्ता प्रो.अरविंद मिश्रा पूर्व विधि सलाहकार महामहिम उ.प्र,श्री बांके बिहारी एजुकेशनल सोसाइटी अध्यक्ष डॉ मदन मोहन शर्मा,प्रो.मोहम्मद अरशद निदेशक समाज विज्ञान संस्थान,मनोज राठौर विधि विभाग समन्वयक डॉ राजीव वर्मा, गांधी अध्ययन केंद्र समन्वयक डॉ राजेश कुशवाहा,मिशन शक्ति समन्वयक प्रो विनीता सिंह,विकास भारद्वाज नितिन वर्मा एडवोकेट ने मां सरस्वती,ठा बांके बिहारी,के दीप प्रवचलित किया इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य मानवाधिकारों की वर्तमान स्थिति,उनके सामने मौजूद चुनौतियों और उनके प्रभावी समाधान पर चर्चा करना था।
संगोष्ठी के मुख्य अतिथि राज्य महिला आयोग अध्यक्ष बबीता चौहान ने कहा कि महिलाओं और कमजोर वर्गों के सशक्तिकरण के प्रयास।तकनीक का उपयोग कर मानवाधिकारों की निगरानी।
मुख्य वक्ता प्रो अरविंद मिश्रा ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि सभी व्यक्तियों को जीवन,स्वतंत्रता,और गरिमा के साथ जीने का अधिकार।समानता और गैर-भेदभाव के सिद्धांत।
गांधी अध्ययन केंद्र समन्वयक डॉ राजेश कुशवाहा ने कहा कि सामुदायिक सहभागिता और नीतिगत बदलाव।वक्ताओं का योगदान: विषय-विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिया और समाज में मानवाधिकारों की स्थिति पर अपने विचार साझा किए।विधि विभाग समन्वयक डॉ राजीव वर्मा ने कहा कि छात्र-भागीदारी: विधि विभाग के छात्रों ने मानवाधिकार से जुड़े विषयों पर प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किए। नमिशन शक्ति समन्वयक प्रो विनीता सिंह ने संगोष्ठी में कहा कि महिलाओं और बालिकाओं के अधिकारों और उनके सशक्तिकरण पर विशेष जोर दिया।
श्री बांके बिहारी एजुकेशनल सोसाइटी अध्यक्ष डॉ मदन मोहन शर्मा यह आयोजन मानवाधिकारों की समझ और उनके प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए एक सार्थक प्रयास किया है।दिव्यानंद दुबे नोडल अधिकारी विधिक प्राधिकरण आगरा ने कहा कि महिलाओं और बच्चों के खिलाफ बढ़ते अपराध
जातीय और धार्मिक भेदभाव।
प्रो.मोहम्मद अरशद निदेशक समाज विज्ञान संस्थान,मनोज राठौर निदेशक पंडित दीन दयाल उपाध्याय संस्थान ने कहा कि शोषण,हिंसा,और मानव तस्करी।शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में असमानता पर्यावरणीय अधिकारों का हनन। एडवोकेट नितिन वर्मा,विकास भारद्वाज,रघु पंडित,नकुल सारस्वत, विधायक शर्मा आदि उपस्थित थे