नई दिल्ली। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “आम आदमी पार्टी दिल्ली में अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस के साथ गठबंधन की कोई संभावना नहीं है।”
सूत्रों के हवाले से ऐसी खबरें आ रही थी कि दिल्ली चुनाव से पहले उनकी पार्टी विपक्ष के इंडिया ब्लॉक के अन्य सहयोगियों के साथ सीट बंटवारे पर बातचीत कर रही है। केजरीवाल का यह बयान उन रिपोर्टों के बाद आया है जिनमें कहा गया था कि कांग्रेस और आप दिल्ली चुनाव गठबंधन के लिए बातचीत के अंतिम चरण में हैं।
इससे पहले 7 दिसंबर को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने राष्ट्रीय राजधानी में “बिगड़ती” कानून व्यवस्था के लिए आम आदमी पार्टी (आप) और इसके राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को जिम्मेदार ठहराया था। देवेंद्र यादव ने यह भी मांग की कि केजरीवाल को दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी से उसी तरह इस्तीफा मांगना चाहिए, जैसे उन्होंने निर्भया मामले के दौरान पूर्व सीएम शीला दीक्षित से इस्तीफा मांगा था। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे आरोप लगाया कि महिलाएं गैंगवार, गोलीबारी, हत्या, बलात्कार, उत्पीड़न और छीना-झपटी की घटनाओं सहित बढ़ते अपराधों का खामियाजा भुगत रही हैं।