कानपुर से उलेमा पहुंचे शांति का पैगाम लेकर दरगाह
बरेली,दरगाह आला हजरत पर कानपुर से हाजिरी देने आए आपसी सौहार्द कमेटी के ओहदेदारों ने आज फूल बांटकर लोगों से देश में प्यार व मोहब्बत और आपसी सौहार्द को बढ़ावा देने का आह्वान किया। इस मौके पर दरगाहे आला हजरत पर आए जायरीन से बात करते हुए आपसी सौहार्द कमेटी के अध्यक्ष मुफ्ती तौहीद रजा ने कहा कि आप लोग बुजुर्गों के आस्तानो पर हमारी कमेटी के लिए दुआ करें कि हम अपने देश में फैल रही कट्टरता और नफ़रत को मिटाने के प्रयास में सफल हों और देश में आपसी सौहार्द कायम कर सकें। इस उद्देश्य के लिए हम सब से पहले सभी ख़ानकाहों और मदरसों के जिम्मेदारान से मिल कर अपनी रहनुमाई किए जाने और इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए कामयाब हिदायत दिए जाने और इस काम में हमारी सरपरस्ती करने की गुजारिश कर रहे हैं। हमे दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान(सुब्हानी मियॉ) से मुलाकात करना थी मगर मदरसा मंज़र-ए-इस्लाम के मुफ्ती मोहम्मद सलीम बरेलवी ने बताया कि हजरत बीमारी के सबब अभी मुलाकात नहीं कर सकते। मुफ्ती सलीम नूरी बरेलवी ने मुफ्ती तौहीद रज़ा के कोशिशों की सराहना करते हुए कहा कि आज के हालात में आपसी सौहार्द का प्रयास करना बेहद जरुरी है। आपके उद्देश्य काबिले तारीफ हैं। मुसलमानों से अपील की कि सभी लोग संयम से काम लें,अपने मामलात कानूनी तौर पर कोर्ट खास कर सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से हल कराएं। भरोसा रखें इन्साफ मिलेगा। सुप्रीम कोर्ट के कुछ हालिया फैसलें इस का सुबूत हैं। संयम और समझदारी से काम लें,किसी के उकसावे में ना आएं इस से हमारा ही नुकसान होगा और होता रहेगा। कोशिश करें कि संभल जैसी घटना फिर और कहीं ना हो।
इस मौके पर मदरसा मंजर ए इस्लाम के तमाम उलेमा मौजूद रहे।
नासिर कुरैशी ने जानकारी देते हुए बताया कि कानपुर से मौलाना फहीम,कारी मिस्बाह,हाफिज अब्दुल कलाम,कारी तुफैल और दरगाह से मुफ्ती शाहनवाज मंजरी,मुफ्ती सुब्हान आदि लोग मौजूद रहे।