धार्मिक के साथ प्राकृतिक पर्यटन का बनेगा अनूठा संयोग, स्थानीय पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा, अर्थव्यवस्था भी होगी समृद्ध..
घाटों पर चल रहा काम, संकुल हो चुका तैयार: रानी पक्षालिका सिंह
आगरा। उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्य नाथ जी द्वारा स्वीकृत परियोजना के तहत पर्यटन मंत्री माननीय जयवीर सिंह जी के प्रयासों से भगवान कृष्ण प्रिया कालिंदी के तट पर देवों के देव महादेव के 101 मंदिरों की अनूठी श्रृंखला के लिए प्रसिद्ध, प्राचीन सिद्ध तीर्थ स्थल बटेश्वर धाम के कायाकल्प का काम शुरू हो गया है। इस पहल से धार्मिक के साथ प्राकृतिक पर्यटन का अनूठा संयोग बनेगा।
बाह की विधायक रानी पक्षालिका सिंह और उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता राजा अरिदमन सिंह ने भदावर हाउस में संयुक्त रूप से सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार द्वारा मंजूर की गई 109 करोड़ रुपए और प्रदेश के माननीय पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह जी द्वारा केंद्र को प्रेषित व केंद्र से स्वीकृत कराई गई 74.5 करोड़ रुपए की लागत से बटेश्वर मंदिर के सुंदरीकरण का जो प्रस्ताव तैयार किया गया था, उस पर अमल शुरू हो गया है। घाटों पर काम चल रहा है। संकुल तैयार हो चुका है।
उन्होंने बताया कि बटेश्वर धाम की प्राचीन विरासत को सहेजने के लिए बटेश्वर मंदिर परिसर के समेकित पर्यटन विकास का प्रस्ताव स्वीकृत हुआ है। इसके अंतर्गत बटेश्वर परिसर के घाटों का पुनर्स्थापन कर पुनर्जीवन दिया जाएगा। बटेश्वर के प्राचीन पवित्र कुंड के पर्यटन विकास का प्रस्ताव स्वीकृत हुआ है। बटेश्वर के विरासत मंदिरों में मुखौटा प्रकाश व्यवस्था (फसाड लाइटिंग) कार्य किया जाएगा। बटेश्वर में एक आकर्षक संगीतमय फव्वारा लगाया जाएगा।
बटेश्वर धाम के कायाकल्प से न केवल स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि इससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था भी समृद्ध होगी। उन्होंने सरकार का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि 12.23 करोड़ की स्वीकृत राशि से तैयार किए गए स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेई सांस्कृतिक संकुल केंद्र को जनहित में पहले ही लोकार्पित किया जा चुका है। यही नहीं, यमुना तट पर ईको टूरिज्म पर आधारित रपड़ी पर्यटन केंद्र भी विकसित होकर सेंकड़ों लोगों को प्रतिदिन लाभान्वित कर रहा है।
ये विकास प्रस्ताव भी हैं शामिल
बटेश्वर धाम में पर्यटक व्याख्या केंद्र, पर्यटक सुविधा केंद्र, सुविधा ब्लॉक, ओपन एयर थियेटर (OAT) का विकास, प्रसाद मंडप, नटराज प्रज्ञा (नटराज का प्रांगण), शिव शक्ति वाटिका, महादेव मंडप, सांस्कृतिक भित्तिचित्र दीवारें (जिनमें शिव पुराण का वर्णन और स्तंभों की श्रृंखला हो) और पार्किंग सुविधाओं के साथ बाह में लेजर शो की स्थापना और जैन तीर्थ स्थल शौरीपुर का विकास भी विकास प्रस्ताव में प्रमुख रूप से शामिल हैं।