36 वर्ष बाद आगरा में आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में 8 हजार से अधिक सर्जन्स ने लिया भाग पहली बार आयोजित की गई हैंड ऑन कोर्स
आगरा। एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित पांच दिवसीय देश विदेश के सर्जन्स के महाकुंभ का समापन आज एसीकॉन एवेन्जर्स के सम्मान समारोह के साथ हुआ। एक ओर जहां आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने सभी सहयोगियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया वहीं लगभग डेढ वर्ष से कार्यशाला की तैयारियों को लेकर अपने खट्टे मीठे अनुभवों को भी साझा किया।
आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. एसके मिश्रा ने बताया कि कार्यशाला में कुल 8 हजार व 250 से अधिक विदेशी प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिसमें मुख्यतः सार्क देश, जापान, इंग्लैंड, अमेरिका शामिल हैं। 119 सर्जन को एसोसिएशन्स ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया की फैलोशिप प्रदान की गई, जिसमें 10 आगरा के सर्जन्स शामिल थे। आयोजन सचिव डॉ. अमित श्रीवास्तव ने बताया कि एसीकॉन में पहली बार हैंड ऑन 10 कोर्स का आयोजन किया गया। कोर्स में 500 से अधिक नवांकुर सर्जन्स को देश विदेश के जाने माने विशेषज्ञों ने प्रशिक्षण दिया। कार्यशाला में बहुत सी नई चीजें की गईं।
लाइव ऑपरेटिव वर्कशॉप में 28 से अधिक चटिल ऑपरेशन कर सर्जन्स को प्रशिक्षित किया गया। आयोजन सचिव डॉ. समीर कुमार ने कहा कि कार्यशाला में 300 से अधिक शोधपत्र प्रस्तुत किए गए। तीन हजार कोर्स ग्रेजुएट हुए। बेस्ट पेपर, बेस्ट पोस्टर आदि अवार्ड से प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। कोषाध्यक्ष डॉ.सुनील शर्मा ने कहा कि देश व प्रदेश की जनता को इस कार्यशाला के निसन्देह चिकित्सकीय लाभ प्राप्त होगा।
कार्यशाला में ट्रेंट हुए नवांकुर सर्जन्स द्वारा इसका लाभ मरीजों को ग्रामीण क्षेत्र में भी बेहतर व आधिनिक इलाज का लाभ कम कीमत मिल सकेगा होगा। एसएन मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ. प्रशान्त गुप्ता ने नए इलाज, जटिल बीमारियों की सर्जरी पर मंथन किया गया व नवांकुर सर्जन्स को प्रशिक्षित किया गया। यह कार्यशाला न सिर्फ सर्जन्स व मरीजों के लिए लाभकारी सिद्ध हुई है। इस अवसर पर एएसआई के अध्यक्ष डॉ. प्रोबल नियोगी व उपाध्यक्ष डॉ. प्रवीन सूर्यवंशी ने आयोजन समिति के सदस्यों संग एसीकॉन एवन्जर्स को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ. ज्ञान प्रकाश, डॉ. अपूर्व चतुर्वेदी, डॉ. प्रशान्त लवानिया, आदि उपस्थित थे।
ये रहे एसीकॉन वेन्जर्स
डॉ. सुरेन्द्र पाठक, डॉ. अंकुर बंसल, डॉ. अनुभव गोयल, डॉ. उत्कर्ष गुप्ता, डॉ. रवि गोयल, डॉ. राजेश गुप्ता, डॉ. अभिषेक अरोरा, डॉ. मनोज शर्मा, डॉ. अंकुर अग्रवाल, डॉ. करन रावत, डॉ. सोमेन्द्र पाल सिंह, जगत पाल सिंह, डॉ. मयंक जैन, डॉ. मनीष गोयल, डॉ. भुवनेश शर्मा आदि शामिल थे।