आगरा। गुरु गोबिंद सिंह साहब जी के लाल बाबा फतेह सिंह जी दा जन्म दिहाड़ा के उपलक्ष में ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री गुरु नानक देव जी के चरण छोह प्राप्त नया बांस लोहा मंडी आगरा पर धन धन श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के भव्य फूलों से सजे दीवान गुरमुख साध संगत ने शीश नवा गुरु की निगी गोद में बैठकर शब्द कीर्तन गुरबाणी का लाहा लिया पाठ श्री रेहरास साहिब जी के साथ वीर गुरशरण सिंह पंथ के कीर्तनीय द्वारा सिमरन सेवा गुरबाणी कीर्तन समागम में गुरु की उपमा का वर्णन कीर्तन कथा द्वारा कर संगतो को निहाल किया।
बाबा फतेह सिंह जी दी दस्तार साढा किरदार उन्हाने सिखी दा किरदार दिता,
शब्द: सतगुरु के बलहारे आगे सुख पाछे सुख सहजा घर आनंद हमारे,,, भुले मारग जिन्हे बताया ऐसा गुरु वडभागी पाया,,,, मेरा वैध गुरु गोबिंदा हर हर नाम औखद मुख देवे काटे जम की फंदा,,,,,, बोले सो निहाल सतश्री अकाल के जयकारा की गूंज से पूरा गुरुद्वारा परिसर गूंजायमान हो उठा
ग्रंथि विजय सिंह द्वारा गुरु की अरदास हुकमनामा के उपरांत सभी धर्म प्रेमियों ने गुरु का अटूट लंगर पाकर धन गुरु नानक तेरे वडयाई नाम सिमरन किया
सेवा में मुख्य रूप से गुरनाम सिंह अरोड़ा, जसप्रीत सिंह नारंग, गुरु सेवक श्याम भोजवानी,सुरेश कन्हैयानी ,प्रवीन अरोड़ा, जसवीर सिंह,मनप्रीत सिंह सलूजा, कवलजीत पुरी, अमृत आहूजा, राजीव आदि मौजूद रहे ।