आगरा। सेंट जॉन्स कॉलेज, आगरा ने अपना 173 वां स्थापना दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ कॉलेज के मुख्य सभागार में मनाया गया। इस समारोह के मुख्य अतिथि द मोस्ट रेव्ह० बिजय कुमार नायक, बिषप आगरा डायोसिस और कॉलेज की गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष रहे। डा० अविनाश चंद, श्री आशीष हाबिल, रेव्ह० हेरल्ड अमिताभ, रेव्ह एन०के० रोबिनसन, रेव्ह आकाश पॉल, प्राचार्य प्रो० एस० पी० सिंह, श्रीमती शशी सिंह कॉलेज के आचार्य कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
विशप नायक ने अपने सम्बोधन में कहा कि यह कॉलेज बहुत पुरानी परंम्पराओं और आदर्शों पर चल रहा है और भविष्य में भी नवीन अनुसंधान, शोध और समय के साथ चलने की मिसाल कायम करेगा। कॉलेज के आकदमिक वर्ष 2023-24 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गयी जिसमें शिक्षकों और छात्रों की उपलब्धियों का विस्तृत वर्णन है। कॉलेज की वार्षिक पत्रिका “शब्द” का भी विमोचन हुआ। बॉटनी विभान ने भी अपनी पत्रिका “सीड” का विमोचन कराया। कार्यक्रम का आयोजन कॉलेज की स्पेशल इवेंट कमीटी ने किया एवं कार्यक्रम संचालन प्रो० विन्नी जैन द्वारा किया गया। कार्यक्रम में प्रो० डी०एस० शर्मा, प्रो० सुनीत साइलस, प्रो० राजीव फिलिप, प्रो० संजय जैन, प्रो० वंदना पाटनकर, प्रो० सुजन वर्षीस, प्रो० जे एन्ड्रयू प्रो० मनोज पॉल, प्रो० एस०जी० सिंह, प्रो० लिजी मैरी थॉमस, डा० सोलन सहाय, डा० रचिता शर्मा आदि शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी मौजूद रहे।
गौरतलब हो कि कॉलेज की स्थापना सन् 1850 में हुई थी। अपने 174 वर्ष के गौरवशाली इतिहास में कॉलेज शैक्षणिक उत्कर्षता के लिये जाना जाता रहा है। कॉलेज के प्रथम प्राचार्य ऑक्सफॉर्ड विश्वविद्यालय के प्रख्यात विद्वान बिशप वैल्पी फ्रेंच थे। कॉलेज के नये भवन का उद्घाटन सन 1914 में भारत के गवर्नर जनरल लॉर्ड हर्डिंग के द्वारा किया गया। जब आगरा विश्वविद्यालय की स्थापना सन् 1927 में हुई तो कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर ए०डब्ल्यू० डेविस आगरा विश्वविद्यालय के प्रथम कुलपति बने।
कॉलेज ने निरंतर शोध के क्षेत्र में अपना योगदान दिया है और तकरीबन प्रत्येक विभाग में राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय गोष्ठियों के आयोजन किये हैं। कॉलेज में विद्यार्थियों के स्थानन (प्लेसमेंट) और प्रशिक्षण (ट्रेनिंग) पर भी जोर दिया जाता है। सेंट जॉन्स कॉलेज राष्ट्र की सेवा एवं मानव संसाधन के विकास में सार्थक भूमिका का निर्वहन करने के लिये सतत् संलग्न है।