आगरा। डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के अंतर्गत महिला सशक्तिकरण शीर्षक पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसका केंद्र बिंदु भारत की वीरांगनाओं के जीवन चरित्र विषय पर आधारित व्याख्यान एवं नाट्य प्रतियोगिता रहा आई कार्यक्रम का आयोजन इतिहास एवं संस्कृति विभाग में हुआ तथा कार्यक्रम के समन्वयक प्रोफेसर बी. डी. शुक्ला रहे आई भारतीय वीरांगनाओं की जीवन गाथा पर प्रकाश डालते हुए मुख्य वक्ता रीना सिंह ने कहा कि आजकल की छात्रों को वीरांगनाओं के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए तथा अपने जीवन में उनका अनुसरण करना चाहिए।
आई प्राचीन भारत में गार्गी आपला घोषाल मध्यकालीन भारत में पद्मावती दीदा आधुनिक भारत में झांसी की रानी गाडगिल उदा देवी आदि के जीवन को छात्राएं प्रेरणा ले और अपने सशक्तिकरण का उदाहरण प्रस्तुत करें तथा अपने समाज राष्ट्र का निर्माण करें कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि श्रीमती निर्मला दीक्षित जी ने कहा कि आधुनिक समय में छात्राओं महिलाओं को शिक्षित होकर हर क्षेत्र में कंधे से कंधा मिलाकर चलना चाहिए कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर विनीता सिंह ने की तथा छात्रों को उनके अधिकारों का ज्ञान होना चाहिए तथा उच्च शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए ।
कार्यक्रम के समन्वय प्रोफेसर बी. डी.शुक्ला ने अपने व्याख्यान में कहा कि आज के दौर में सभी को सजक रहने की आवश्यकता है। छात्र एवं छात्रों को अपने राष्ट्र के निर्माण में सहयोग करना होगा और कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में महिलाओं की भूमिका के बारे में बताया और प्रकाश डाला कि छात्र एवं छात्राएं अपने कर्तव्य और राष्ट्र निर्माण में योगदान दें व्याख्यान के छात्र एवं छात्रों के द्वारा प्रस्तुतियां दी गई जिसमें रितिक प्रताप,भारत चौहान, निर्भय कुमार एवं मातंगी दत्त मुख्य रहे l डॉ गोपाल वशिष्ठ द्वारा चलचित्र की रूप रेखा तैयार की गई। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर हेमंत कुमार ने किया कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ. अमित कुमार, डॉ. गोपाल वशिष्ठ एवं रजत की भूमिका रही।