संवाद – नूरुल इस्लाम
बीते छह माह से बीमारी से ग्रस्त थे
कासगंज। पत्रकारिता जगत में अपनी अलग पहचान बनाने वाले वरिष्ठ पत्रकार मंगलवार को प्रभुधाम को सिंधार गए। वह बीते छह माह से बीमार थे। दोपहर बाद उनके निधन की खबर मिलते ही पत्रकार जगत में शोक की लहर दौड़ गई। जिसने भी सुना स्तब्ध रह गया। उनके आवास गांव लौहर्रा पहुंच कर लोगों ने शोक संवेदना व्यक्त की। सोशल मीडिया पर शोक संवेदना व्यक्त करने का सिलसिला रहा। संवेदनाओ में लोग दिवंगत पत्रकार की निर्भीक पत्रकारिता और ईमानदारी की चर्चा करते रहे। वह नेक और शांतिपूर्ण स्वभाव के थे।कल बुधवार की सुबह कछला गंगा घाट पर पंचतत्व में विलीन होगी देह।
पत्रकार गजेंद्र चौहान मूल रुप से सदर कोतवाली क्षेत्र के गांव लौहर्रा के रहने वाले थे। उन्होंने अपनी पत्रकारिता जगत में कई समाचारपत्रों में सेवाएं दी। वह नेक और शांतिपर्ण स्वभाव के व्यक्ति थे। वह बीते छह माह से बीमारी से ग्रस्त थे। बीते सप्ताह उनकी हालत खराब हो गई थी। परिजन उपचार कराने के लिए बरेली के भोजीपुरा हॉस्पिटल ले गए। जहां उनका उपचार चल रहा था। हालत में सुधार न होने पर मंगलवार को उन्हें परिजन दिल्ली लेकर जा रहे थे। रास्ते में उनका निधन हो गया। उनकी मौत की खबर मिलते ही जिले भर में राजनैतिक गलियारों और पत्रकारों में शोक की लहर दौड़ गई। उनके निधन से हरकोई स्तंब्ध रह गया।
पूर्व सांसद राजवीर सिंह, पूर्व मंत्री मानपाल सिंह, सांसद देवेश शाक्य, एमएलसी रजनीकांत माहेश्वरी, विधायक देवेंद्र राजपूत, विधायक हरिओम वर्मा, विधायक पटियाली नादिरा सुल्तान, भाजपा जिलाध्यक्ष केपी सिंह सोलंकी, जिला पंचायत अध्यक्ष रजनेश कश्यप, बॉबी कश्यप, पालिका अध्यक्ष मीना माहेश्वरी, पूर्व सांसद देवेंद्र यादव, पूर्व विधायक हसरत उल्ला शेरवानी, सोरों के पालिकाध्यक्ष रामेश्वर दयाल महेरे, सपा जिलाध्यक्ष विक्रम यादव, बसपा के जिलाध्यक्ष डीपी राना, पटियाली के पूर्व विधायक ममतेश शाक्य, एटा सदर विधायक डेविड सहित पत्रकारों ने शोक संवेदनाए व्यक्त की।
वही दिवंगत पत्रकार गजेंद्र चौहान के शव का अंतिम संस्कार कल सुबह 11 बजे कछला गंगा घाट पर होगा। उनकी शव यात्रा पैतृक गांव लौहर्रा स्थित आवास से कछला घाट के निकलेगी। जहां उनकी देह पंचतत्व में विलीन होगी।