छात्रों को सिखाये तरंग सिद्धांत के प्रयोग प्रो. वर्मा
आगरा।शारदा ग्रुप के प्रतिष्ठित संस्थान हिन्दुस्तान कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी में रमन-आईएपीटी अन्वेषिका, आगरा के सहयोग से एसोसिएशन ऑफ प्रोग्रेसिव स्कूल्स ऑफ आगरा (एपीएसए) के अन्तर्गत प्रयोग के माध्यम से भौतिकी की खोज चार दिवसीय कार्यषाला का आयोजन 21-24 दिसम्बर, 2024 के चतुर्थ एवं अंतिम दिन का शुभारम्भ प्रख्यात भौतिक विज्ञानी और कंसेप्ट्स ऑफ फिजिक्स” के लेखक प्रो. एच. सी. वर्मा, शारदा ग्रुप के कार्यकारी उपाध्यक्ष प्रो. वी. के. शर्मा, संस्थान के निदेषक डॉ. आर.एस. पवित्र, डॉ. मुकुल राठी, श्री राकेष अवस्थी एवं शारदा ग्रुप के उप-रजिस्ट्रार, कार्यक्रम समन्वयक श्री मनीष गुप्ता ने माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ सस्वर सरस्वती वंदना के साथ प्रारम्भ हुआ।
इस अवसर पर संस्थान के कार्यकारी उपाध्यक्ष प्रो. वी.के. शर्मा एवं संस्थान के निदेषक डॉ. आर. एस.पवित्र ने प्रो. एस. सी. वर्मा का पौधा एवं पटुका ओढ़ाकार स्वागत किया।
इस अवसर पर संस्थान के कार्यकारी उपाध्यक्ष प्रो. वी. के. शर्मा ने आगरा-मथुरा के 37 स्कूलों से लगभग 1170 छात्र-छात्राओं और उनके षिक्षकों का संस्थान में प्रो. एस. सी. वर्मा के व्याख्यान में आने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि प्रो. वर्मा ने हमारे संस्थान में आने का निवेदन स्वीकार किया इसके लिए तहेदिल से उनका शुक्रिया किया। उन्होंने बताया कि प्रोफेसर एच सी. वर्मा, जो भौतिकी के क्षेत्र में अपने गहन योगदान और अपनी व्यापक रूप से प्रशंसित पुस्तक कॉन्सेप्ट्स ऑफ फिजिक्स के लिए प्रसिद्ध हैं, ने अपने गहन ज्ञान और मनोरम अंतर्दृष्टि से छात्र-छात्रओं को मंत्रमुग्ध करेंगे। छात्रों को प्रो. वर्मा से सीधे जुड़ने, प्रश्न पूछने और उनकी विशाल विशेषज्ञता से लाभ उठाने का अनूठा अवसर मिला।
इस अवसर पर संस्थान के निदेशक डॉ. आर.एस. पवित्र ने अपनी विशेषज्ञता साझा करने और विभिन्न स्कूलों से आये छात्र-छात्राओं को प्रेरित करने के लिए प्रोफेसर एच. सी. वर्मा के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि प्रो. वर्मा के इंटरैक्टिव सत्र ने छात्रों को अपने ज्ञान का विस्तार करने, अंतर्दृष्टि प्राप्त करने और क्षेत्र के दिग्गजों से मार्गदर्शन प्राप्त करने का एक अमूल्य अवसर प्रदान करेगा। प्रो. वर्मा के आकर्षक व्याख्यान में भौतिकी के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया जायेगा।
इस अवसर पर प्रो एच.सी. वर्मा ने छात्र-छात्राओं को प्रकाश के परावर्तन व अपवर्तन के नियम के बारे में बताया उन्होंने फैलाब के बारे में भी बताया। उन्होंने जल को फैलाव माध्यम से प्रकाष की किरण को दिखाया। उन्होंने हवा में भी प्रकाष को फैलाव माध्यम से दिखाया। उन्होंने बताया कि प्रकाष ऊर्जा का वह रूप है जिसकी सहायता से हमें वस्तुयें दिखाई देती हैं। जब प्रकाष किसी वस्तु पर आपतित होता है तो वह परावर्तित होकर हमारी आँखों तक पहुंचता है। जिसके फलस्वरूप हमें वस्तुयें दिखाई देती हैं। उन्होंने प्रतिबिम्ब के बारे में भी बतायें। उन्होंने वेव थ्यौरी के बारे में भी विस्तार से बताया। इसका उदाहरण उन्होंने एक स्प्रिंग के माध्यम से दिया। जब स्प्रिंग को हिलाया तो उसमें वेव उत्पन्न हुई। इसके बाद उन्होंने आवृत्ति को बढ़ाया और छात्रों से तरंग दैर्ध्य के बारे में पूछा। इससे उन्होंने आवृत्ति और तरंग दैर्ध्य में रिष्ते के बारे बताया कि दोनों आपस में एक-दूसरे के विपरीत समानुपाती होते हैं।
कार्यशाला का सफल संचालन इलैक्ट्रोनिक्स एण्ड कम्युनिकेषन विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर श्रीमती रूपाली महाजन ने किया।