अजमेर।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती गरीब नवाज के 813वें उर्स के मौके पर अजमेर दरगाह पर 11 वीं बार चादर पेश की।
दरगाह कमेटी दरगाह ख्वाजा साहब अजमेर के पूर्व चैयरमेन अमीन पठान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के उर्स के मौके पर चादर भेजने का स्वागत किया। पठान ने कहा यह देश में नफरत का माहौल बनाने और अजमेर दरगाह को मन्दिर बताने वाले संगठनों के मुंह पर करारा तमाचा है। देश के प्रधानमंत्री ने लगातार 11वीं बार ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के उर्स के मौके पर अपनी ओर से चादर पेश की। इस चादर के माध्यम से प्रधानमंत्री जी ने देश में गंगा-जमनी तहजीब को और अनेकता में एकता की सुन्दरता को बरकरार रखते हुऐ सन्देश दिया है कि हमारे मुल्क हिन्दुस्तान में सभी धर्मो का सम्मान और आदर किया जाता है।
पूर्व चैयरमेन अमीन पठान ने बताया कि प्रधानमंत्री की तरफ से भेजी गई चादर 140 करोड़ देशवासियों को बतौर एक तोहफा है इसका हम स्वागत करते है। पूरी दुनिया में हमारे मुल्क हिन्दुस्तान को सूफी संतो के नाम से जाना जाता है। हमारे देश के सूफी-संतो ने सदैव अमन, प्रेम और आपसी सौहार्द से रहने का संदेश दिया है। परन्तु कुछ संगठनों और अल्प मानसिकता के लोगो द्वारा बेबुनियादी बयानों से हमारे देश में नफरत फैलाने का काम किया गया है। जिसमें वह कभी सफल नहीं हो सकते है, क्योंकि हमारे मुल्क के लोग कभी भी आपस में नहीं बट सकते है।
पूर्व चैयरमेन अमीन पठान ने बताया कि सूफी संत ख्वाजा ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती गरीब नवाज ने हिन्दुस्तान की सरजमीं से पूरी दुनिया में अमन और शान्ति का पैमान पहुंचाया, सभी धर्मो और वर्ग के लोगो को एक धारा में साथ रहने का सन्देश दिया। आज ख्वाजा गरीब नवाज की बारगाह अजमेर में पूरी दुनिया से सभी धर्म के लोग अपनी आस्था और मन्नतें लेकर आते है। कभी भी दरगाह पर किसी का अनादर नहीं किया जाता है। सभी वर्ग और धर्म के जायरीन इस दरबार से अपनी मन्नतों को मनवा लेते है। ख्वाजा गरीब नवाज का उर्स पूरे हिन्दुस्तान में सभी धर्म के लोग खुशी के साथ मनाते आ रहे है। जो अनेकता में एकता का प्रतीक है।