नई दिल्ली। ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का 813 उर्स पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चादर भेजी है।चादर पर जमकर राजनीति हो रही है. प्रधानमंत्री की ओर से अजमेर शरीफ दरगाह पर चादर भेजने के खिलाफ हिन्दू सेना ने अजमेर जिला न्यायालय में अर्जी दाखिल कर चादर पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।
हिंदू सेना की ओर से लगाई गई अर्जी पर शनिवार (4 जनवरी, 2025) को सुबह 10 बजे अजमेर के सिविल जज मनमोहन चंदेल की अदालत में सुनवाई होगी. हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री पद की ओर से चादर भेजने से हमारा कैस प्रभावित होगा इसलिए तत्काल चादर भेजने पर रोक लगनी चाहिए .
विष्णु गुप्ता ने कहा कि वह मानते हैं कि सुनवाई के दौरान चादर पर स्टे लगेगा क्योंकि उस चादर से उनका केस प्रभावित हो रहा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सबके होते हैं. गुप्ता बोले, “इस केस में अल्पसंख्यक मंत्रालय, एसआई/भारत सरकार खुद शामिल है. ऐसे में अगर भारत सरकार की तरफ से ही चादर आएगी तो मुझे न्याय कौन देगा. मुझे कोर्ट और न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है इसलिए मैं चाहता हूं कि जब तक यह केस जिला न्यायालय में चल रहा है तब तक चादर पर रोक लगनी चाहिए. किसी भी प्रकार के संवैधानिक पद वाला व्यक्ति वहां पर चादर ना भेजें.