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इंस्टाग्राम फ्रेंड से मिलने को किशोरी ने छोड़ा घर बरामदगी को दर दर भटक रहा पिता, पुलिस पर लगाया लापरवाही का आरोप

बरामदगी को दर दर भटक रहा पिता, पुलिस पर लगाया लापरवाही का आरोप

चाइल्ड राइट्स एक्टिविस्ट से मांगी मदद

आगरा। पापा मैं अपनी दोस्त के पास गोवा जा रही हूं। मुझे ढूंढने की कोशिश मत करना। मैं वहां बहुत खुश रहूंगी पापा। अगर आपने मुझे ढूंढने की कोशिश की तो मैं अपनी जान दे दूंगी। मैं अपनी मर्जी से जा रही हूं… कुछ ऐसे ही शब्दों को कागज पर लिखकर कर किशोरी ने इंस्टाग्राम फ्रेंड से मिलने के लिए घर छोड़ दिया। पिता की सूचना पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया लेकिन बीस दिन बाद भी बेटी बरामदगी नहीं हो सकी। पीड़ित पिता ने पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। कोई सुराग न मिलने पर पीड़ित पिता ने चाइल्ड राइट्स एक्टिविस्ट नरेश पारस से मदद मांगी है।

कोरोना काल में हुई मां की मौत
कोरोना काल में मां की मौत हो जाने के बाद पिता ही दोनों बेटियों की देखभाल करता था। 14 वर्षीय छोटी बेटी इंस्टाग्राम पर सक्रिय रहने लगी। जिसका विरोध कई बार पिता ने किया। पिता की डांट पर किशोरी ने घर छोड़ दिया। एक चिट्ठी छोड़ गई जिस पर लिखा था कि वह अपनी इंस्टाग्राम फ्रेंड से मिलने गोवा जा रही है। पिता ने उसकी इंस्टाग्राम आईडी को चेक किया तो पता चला कि वह लड़की के साथ साथ लड़कों से बात किया करती थी। वह अपने साथ मोबाइल भी ले गई। जो स्विच ऑफ है। पुलिस को सभी नंबर और आईडी डिटेल उपलब्ध दे दी हैं। फिलहाल अकाउंट बंद कर दिया गया है। पुलिस ने दूसरी सिम निकलवा ली है।

खुद ढूंढा सीसीटीवी कैमरों से सुराग
पीड़ित पिता ने बताया कि बेटी की पुलिस ने रिपोर्ट तो दर्ज कर ली लेकिन खोजने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। यहां तक की सीसीटीवी कैमरे भी पिता ने ही देखे। आईएसबीटी से दिल्ली की ओर जाती हुई दिखाई दी है। पुलिस हरियाणा भी गई लेकिन उसका कोई सुराग न लग सका। बेटी की बरामदगी को पिता लगातार पुलिस अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही है। यहां तक बेटी की फाइल ही विवेचक से गुम हो गई। किसी व्यक्ति को लोहा मंडी चौराहे पर पड़ी मिली। नंबर देखकर राहगीर ने पिता को फाइल सौंपी। तब जाकर पिता ने विवेचक को दुबारा फाइल दी।

मांगी लिखित मदद
बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए कार्य करने वाले चाइल्ड राइट्स एक्टिविस्ट नरेश पारस से पीड़ित पिता ने लिखित रूप में मदद मांगी है। उन्होंने कहा है कि पुलिस यदि सघनता के साथ सोशल मीडिया के अकाउंट और मोबाइल की बारीकी से जांच करें तो उसकी बेटी का सुराग लग सकता है। पीड़ित पिता थाना तथा पुलिस के उच्च अधिकारियों से कई बार संपर्क कर चुका है लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। नरेश पारस ने कहा है कि बेटी की बरामद की के लिए वह स्वयं पुलिस के उच्च अधिकारियों से मिलेंगे। सोशल मीडिया अकाउंट को खंगालना शुरू कर दिया है।