दिल्ली

दिल्ली में चुनाव का ऐलान आज:दोपहर 2 बजे इलेक्शन कमीशन की प्रेस कॉन्फ्रेंस; फरवरी में विधानसभा का कार्यकाल खत्म होगा..!!

नई दिल्ली । मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करेंगे।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव का आज ऐलान होगा। चुनाव आयोग दोपहर 2 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा। इसी के साथ दिल्ली में आचार संहिता लागू हो जाएगी।

विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी को खत्म हो रहा है। इसके अलावा मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार 18 फरवरी को रिटायर हो रहे हैं।

इसके चलते 18 फरवरी से पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी कराए जाने की संभावना है। 2020 के विधानसभा चुनावों की घोषणा 6 जनवरी को हुई थी। विधानसभा की सभी 70 सीटों पर 8 फरवरी 2020 को सिंगल फेज में वोटिंग हुई थी और 11 फरवरी को नतीजे घोषित हुए थे।

2020 में आम आदमी पार्टी (AAP) को 53.57% वोट के साथ 62 सीटें मिली थीं, जबकि भाजपा को 8 सीटों सहित कुल 38.51% वोट मिले थे। वहीं, कांग्रेस को 4.26% वोट मिले थे लेकिन पार्टी अपना खाता खोलने में भी नाकाम रही थी। 2015 के चुनाव में भी कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली थी।

AAP सभी 70 सीटों पर घोषित कर चुकी है प्रत्याशी

AAP 70 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित कर चुकी है। पार्टी ने कुल 5 लिस्टों में ये नाम जारी किए हैं। AAP की पहली लिस्ट 21 नवंबर को आई थी, जिसमें 11 नाम थे।
वहीं, 20 दिसंबर को आई पांचवी लिस्ट में सिर्फ एक नाम था। इसमें महरौली सीट पर प्रत्याशी बदला गया था। पार्टी ने कुल 26 विधायकों के टिकट काट दिए हैं, जबकि 4 की सीटें बदली हैं।
अरविंद केजरीवाल इस बार भी नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि पूर्व डिप्टी CM मनीष सिसोदिया की पटपड़गंज सीट बदल दी गई है। उन्हें जंगपुरा से टिकट मिला है।
पटपड़गंज से पार्टी ने अवध ओझा को टिकट दिया है। CM आतिशी कालकाजी सीट से मैदान में हैं। मंत्री सौरभ भारद्वाज ग्रेटर कैलाश, गोपाल राय बाबरपुर और सत्येंद्र जैन शकूर बस्ती से चुनाव लड़ेंगे।
भाजपा 29 नाम की एक लिस्ट जारी कर चुकी

भाजपा की अब तक 29 उम्मीदवारों की एक ही लिस्ट जारी की गई है। पार्टी ने AAP-कांग्रेस छोड़कर आए 7 नेताओं को टिकट दिया है।
29 उम्मीदवारों की सूची में 13 उम्मीदवारों को रिपीट किया है, जबकि 16 नए चेहरे हैं। पार्टी ने 2020 में जीती 8 सीटों में से 6 पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं।
इसमें 2 मौजूदा विधायको के टिकट कट गए हैं। वहीं, बदरपुर सीट से विधायक रहे रामवीर सिंह बिधूड़ी अब दक्षिण दिल्ली से सांसद हैं।
नई दिल्ली से केजरीवाल के खिलाफ प्रवेश वर्मा को टिकट दिया गया है।
कालकाजी से CM आतिशी के खिलाफ पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी और जंगपुरा से मनीष सिसोदिया के सामने तरविंदर सिंह मारवाह को मैदान में उतारा है।
कांग्रेस ने CM आतिशी के सामने अलका लांबा को उतारा

कांग्रेस अब तक तीन लिस्ट में कुल 48 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। पार्टी ने CM आतिशी के सामने अलका लांबा को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, पूर्व CM केजरीवाल के सामने संदीप दीक्षित को टिकट दिया है।
मनीष सिसोदिया के सामने फरहाद सूरी, गोपाल राय के खिलाफ को टिकट दिया है। यहां से AAP के मनीष सिसोदिया चुनाव लड़ रहे हैं। बाबरपुर सीट से AAP के गोपालराय के खिलाफ इशराक खान को उतारा है।

दो पूर्व CM के बेटों से पूर्व CM का मुकाबला

भाजपा ने पूर्व CM अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली सीट से प्रवेश वर्मा को तो कांग्रेस ने संदीप दीक्षित को उम्मीदवार बनाया है। प्रवेश वर्मा पूर्व CM साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं तो संदीप दीक्षित पूर्व CM शीला दीक्षित के बेटे हैं।इस तरह से केजरीवाल का सामना दो पूर्व CM के बेटों से होगा।

वहीं, पटपड़गंज सीट पर पूर्व डिप्टी CM मनीष सिसोदिया को पिछले चुनाव में कड़ी टक्कर देने वाले रविंद्र सिंह नेगी को इस बार फिर से टिकट मिला है। नेगी निगम पार्षद हैं। इस बार वे सीट पर AAP उम्मीदवार अवध ओझा को चुनौती देंगे।

देश के चुनावी इतिहास में चौथी सबसे बड़ी जीत AAP के नाम

देश के चुनावी इतिहास में चौथी सबसे बड़ी जीत AAP के नाम दर्ज है। पार्टी ने 2015 के विधानसभा चुनाव में 96% सक्सेस रेट के साथ 67 सीटें जीती थीं। तब AAP को 54.34% वोट मिले थे। पांचवीं सबसे बड़ी जीत भी केजरीवाल की पार्टी के नाम ही दर्ज हैे।

पार्टी ने 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में 88% सक्सेस रेट के साथ 62 सीटें जीती थीं। हालांकि, देश में 100% सक्सेस रेट के भी रिकॉर्ड हैं। सिक्किम संग्राम परिषद ने 1989 में और सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट ने 2009 में राज्य की सभी 32 सीटें जीत ली थीं।

इस बार राष्ट्रीय पार्टी के तौर पर दिल्ली चुनाव लड़ेगी AAP
2020 विधानसभा चुनाव के समय AAP दिल्ली की क्षेत्रीय पार्टी थी लेकिन अब पार्टी को राष्ट्रीय दल की मान्यता मिल चुकी है। 2020 में 6 राष्ट्रीय और 1 क्षेत्रीय पार्टी (AAP) सहित कुल 95 पार्टियों ने चुनाव में भाग लिया था।

AAP को 2022 के गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिला था। पार्टी ने गुजरात में 5 सीटें जीतकर 13% वोट हासिल किया था। AAP के दिल्ली में 62, पंजाब में 92, गुजरात में 5, गोवा में 2 और जम्मू-कश्मीर में 1 विधायक सहित कुल 162 विधायक हैं। पार्टी के 13 सांसद हैं जिसमें 3 लोकसभा और 10 राज्यसभा के सदस्य हैं।

दिल्ली की राजनीति में पिछले 1 साल में 3 बड़ी हलचल…

1. केजरीवाल जेल गए, 176 दिन बाद बाहर आए: शराब नीति केस में ED ने केजरीवाल को 21 मार्च को अरेस्ट किया था। केजरीवाल ने करीब 176 दिन जेल में बिताए। फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। उनके खिलाफ दो जांच एजेंसियों (ED और CBI) ने केस दर्ज किया है। सुप्रीम कोर्ट ने ED मामले में उन्हें 12 जुलाई को जमानत दी थी। वहीं, CBI केस में 13 सितंबर को जमानत मिलने के बाद वे तिहाड़ जेल से बाहर आए थे।

केजरीवाल CBI केस में 13 सितंबर को जमानत मिलने के बाद तिहाड़ जेल से बाहर आए थे।

2. PM मोदी का जन्मदिन, दिल्ली CM का इस्तीफा: जेल से बाहर आने के तीसरे दिन केजरीवाल ने 15 सिंतबर को पार्टी दफ्तर में कहा- ‘भाजपा ने मुझ पर बेईमानी, भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं, अब जनता की अदालत में मेरी ईमानदारी का फैसला होगा। दो-तीन दिन में विधायकों की बैठक में नया CM चुना जाएगा। चुनाव तक मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर की शाम को CM पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके साथ आतिशी और 4 अन्य मंत्री भी मौजूद थे। इसके तुरंत बाद आतिशी ने नई सरकार बनाने के लिए दावा पेश किया था।

केजरीवाल के इस्तीफा देने के तुरंत बाद आतिशी ने नई सरकार बनाने के लिए दावा पेश किया था।

3. आतिशी नई CM बनीं: आतिशी ने 21 सितंबर को दिल्ली की 9वीं मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। शपथ के बाद आतिशी ने अरविंद केजरीवाल के पैर भी छुए थे। वे ​​​​​दिल्ली की सबसे युवा (43 साल) CM बनी थीं। इससे पहले केजरीवाल 45 साल की उम्र में CM बने थे। आतिशी, सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित के बाद दिल्ली की तीसरी महिला CM हैं।

मुख्यमंत्री की शपथ लेन के बाद आतिशी ने अरविंद केजरीवाल के पैर छुए थे।