संवाद/ विनोद मिश्रा
बांदा। बुंदेलखंड में खजूर किसानों को बनायेगा खुशहाल। इसकी खेती को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। इसे आमदनी का गुदरवाह – गुदरवाह को फायदेमंद बताते हुए बांदा जिले में फिलहाल 250 पौधे रोपने का लक्ष्य निर्धारित हुआ है। हर पौधा 15 से 20 हजार रुपया सालाना आमदनी सुनिश्चित करेगा। किसानी और बागवानी से जुड़े लोगों को खजूर की खेती का जिम्मा उद्यान विभाग को सौंपा गया है।
बांदा जिले की जलवायु सर्वाधिक अनुकूल, 250 पौधे रोपने का लक्ष्य
उत्तर प्रदेश उद्यान एवं प्रसंस्करण विभाग ने बुंदेलखंड में खजूर की खेती को बढ़ावा देने के लिए अनुदान का प्रस्ताव दिया है। बांदा जिले की जलवायु खजूर पिंड की खेती के लिए एकदम उपयुक्त बताते हुए फिलहाल 250 पौधे रोपने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हर पेड़ से 15-20 हजार रुपए सालाना आमदनी बताते हुए कहा गया है कि पिंड खजूर के टिश्यू कल्चर पौधे किसानों को स्वयं खरीदने होंगे। अनुदान का भुगतान विभागीय गाइडलाइन से होगा।
फूलों की खेती पर मुख्य फोकस, आवेदक किसानों को गेंदा का
बीज लेने का न्यौता
खजूर के अलावा उद्यान विभाग का फोकस फूलों की खेती पर केंद्रित है। जिला उद्यान अधिकारी ने बताया, फूलों की खेती के लक्ष्य के क्रम में गेंदा का बीज उपलब्ध होने की जानकारी किसानों को दी जा रही है। आवेदनकर्ता किसान बीज प्राप्त कर सकते हैं। अन्य किसानों को आवेदन करने की जरूरत है। योजनाओं का क्रियान्वयन ‘पहले आओ, पहले पाओ’ की नीति पर आधारित होगा। फूलों और खजूर की खेती के बाबत किसी भी कार्य दिवस पर उद्यान आफिस से विस्तृत जानकारी ली जा सकती है।