संवाद।। तौफीक फारूकी
कन्नौज में अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत रेलवे स्टेशन के निर्माणाधीन लेंटर के ढहने से कई मजदूर मलबे में दबे हुए है. बचाव कार्य के जरिए मजदूरों को मलबे से बाहर निकालकर अस्पताल में इलाज के लिए भेजा जा रहा है. कन्नौज रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे पर राज्य मंत्री और कन्नौज विधायक असीम अरुण का बयान सामने आया है.
घटना की सूचने मिलते ही मौके पर पहुचे कानपुर कमिश्नर विजयेंद्र पांडियन कानपुर जोन के आईजी जोगेंद्र कुमार, हादसे स्थल का जायजा लिया है. कमिश्नर ने बताया की अभी तक 23 मजदूर रेस्क्यू ऑपरेशन में घायल अवस्था में अलग अस्पताल भेजे गए है. मलबे को हटाने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. रेस्क्यू ऑपरेशन में 2 घंटे से ज्यादा का समय अभी लग सकता है. NDRF की टीम आ रही है. 5 घायलों को प्राथमिक उपचार देकर छोड़ दिया गया है. 5 घायलों की हालत नाजुक है. 3 घंटे से ज्यादा समय से चल रहा है रेस्क्यू ऑपरेशन.
हादसे को लेकर राज्य मंत्री असीम अरुण का बयान आया सामने
कन्नौज रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे को लेकर बीजेपी नेता और राज्य मंत्री असीम अरुण ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, कन्नौज के रेलवे स्टेशन पर निर्माण कार्य चल रहा है. निर्माणाधीन लेंटर पर मजदूर काम कर रहे थे. मात्र से अधिक कंक्रीट डालने पर लिंटर ढह गया. हादसे में कुल 23 लोग घायल है. जिसका इलाज कन्नौज के जिला अस्पताल में चल रहा है. मलबे में और लोगों के दबे होने की संभावना है. मलबे को हटाने के लिए मशीनों के साथ साथ मानव श्रम का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. रेलवे से जुड़े होने के कारण इस हादसे की जांच कराई जाएगी. इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे निश्चित तौर पर दंड दिया जाएगा. हादसे में जो भी घायल हुए उन सभी का इलाज सरकार की ओर से निशुल्क कराया जा रहा है.
कन्नौज रेलवे स्टेशन पर हुए इस हादसे में 23 लोग घायल हुए हैं. जिनमें 5 लोगों की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है. निश्चित तौर पर सरकार हादसे में घायल हुए लोगों को इलाज निशुल्क करा रही है. प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी मामले में अधिकारियों को निर्देश देते हुए बचाव कार्य में तेजी लाने और घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराने को कहा है.