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भारतीय बैडमिंटन के उभरते सितारे: योनिक्स-सनराइज इंडिया ओपन 2025 में चमकने के लिए तैयार युवा प्रतिभाएं

संवाद।। सादिक जलाल

नई दिल्लीं । योनिक्स-सनराइज इंडिया ओपन 2025 के नजदीक आते ही, अनुभवी चैंपियनों के साथ-साथ उन युवा प्रतिभाओं को लेकर भी उत्साह बढ़ता जा रहा है, जो बैडमिंटन के सबसे प्रतिष्ठित मंचों में से एक पर अपनी पहचान बनाने के लिए तैयार हैं। प्रतिभागियों में कई युवा भारतीय खिलाड़ी शामिल हैं, जो सिंगल्स, डबल्स और मिक्स्ड डबल्स श्रेणियों में अपना दमखम दिखाने को तैयार हैं। इन खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सर्किट पर लगातार अपने प्रदर्शन से अपनी जगह बनाई है और इस सुपर 750 टूर्नामेंट में अपनी मौजूदगी से नए जोश और ऊर्जा का संचार करेंगे।

यहाँ इन उभरते खिलाड़ियों, उनकी उपलब्धियों और योनिक्स-सनराइज इंडिया ओपन 2025 में उनकी भागीदारी के महत्व पर एक नजर डालते हैं।

महिला सिंगल्स

रक्षिता श्री संतोष रामराज
तमिलनाडु की रक्षिता श्री एक होनहार सिंगल्स खिलाड़ी हैं, जिन्होंने पिछले एक साल में अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में तेजी से प्रगति की है। 17 वर्षीय रक्षिता ने स्लोवेनिया ओपन जीतकर अपना पहला अंतरराष्ट्रीय खिताब जीता और फिर रायपुर में सीएम ट्रॉफी इंटरनेशनल चैलेंज में स्वर्ण पदक हासिल किया। 2024 में, उन्होंने हैदराबाद में तेलंगाना इंटरनेशनल चैलेंज और सेंट डेनिस रीयूनियन ओपन के फाइनल में भी जगह बनाई और सीनियर नेशनल्स के क्वार्टर फाइनल तक पहुंची।

पुरुष डबल्स

पृथ्वी के रॉय / के साई प्रतीक
पृथ्वी, जिन्होंने 10 साल की उम्र में कर्नाटक के शिमोगा में बैडमिंटन खेलना शुरू किया, बाद में बैंगलुरु आकर डबल्स में फोकस किया। उन्होंने नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, गुवाहाटी में प्रशिक्षण लेकर सुरज गोला के साथ 2024 में सीनियर नेशनल्स पुरुष डबल्स खिताब जीता।
उनके जोड़ीदार के साई प्रतीक, भारतीय पुरुष टीम का हिस्सा रहे, जिन्होंने 2022 एशियाई खेलों में रजत पदक जीता। इस जोड़ी ने पिछले साल इंडिया इंटरनेशनल और सैयद मोदी इंटरनेशनल सुपर 300 में दूसरा स्थान हासिल किया और ओडिशा मास्टर्स सुपर 100 के सेमीफाइनल में पहुंचे।

मयंक राणा / चयनीत जोशी
हरियाणा के मयंक राणा और उत्तराखंड के चयनीत जोशी ने जूनियर दिनों में सिंगल्स में सफलता पाई लेकिन जल्द ही डबल्स में शिफ्ट हो गए। 2024 में जोड़ी बनाकर उन्होंने श्रीलंका इंटरनेशनल चैलेंज और सीएम ट्रॉफी के सेमीफाइनल तक का सफर तय किया और नेपाल इंटरनेशनल चैलेंज में रनर-अप बने।

महिला डबल्स

मांसा रावत / गायत्री रावत
उत्तराखंड की अल्मोड़ा से ताल्लुक रखने वाली रावत बहनें बैंगलुरु आकर बैडमिंटन में करियर बना रही हैं। उन्होंने 2024 में सीनियर सर्किट पर शुरुआत की और कंपाला इंटरनेशनल और युगांडा इंटरनेशनल सीरीज के खिताब जीते।

अपूर्वा गहलावत / साक्षी गहलावत
सोनीपत की गहलावत बहनें अपनी पढ़ाई के साथ बैडमिंटन में संतुलन बनाकर प्रशिक्षण कर रही हैं। हरियाणा महिला टीम का हिस्सा रही इस जोड़ी ने 2024 में प्रभावशाली प्रदर्शन किया और 2025 की शुरुआत इंडिया ओपन सुपर 750 से करने को तैयार हैं।

मृण्मयी देशपांडे / प्रेरणा अल्वेकर
महाराष्ट्र की शोलापुर और कोल्हापुर से आने वाली यह जोड़ी अपने बाएं-दाएं हाथ के संयोजन के साथ नेशनल सर्किट पर सफल रही है।

मिक्स्ड डबल्स

आशीष सूर्या / अमृता प्रथुमेश
बेंगलुरु में प्रशिक्षण ले रही यह जोड़ी खेल और उच्च शिक्षा के बीच संतुलन बनाए रखती है। आशीष ने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर ली है, जबकि अमृता वकील बनने का सपना देख रही हैं।

यह सभी युवा खिलाड़ी योनिक्स-सनराइज इंडिया ओपन 2025 में अपने प्रदर्शन से प्रशंसकों को रोमांचित करने और भारतीय बैडमिंटन की नई ऊंचाइयों को छूने का वादा करते हैं।