संवाद/ विनोद मिश्रा
बांदा। जिले में खुदकुशी की दो घटनाएं हुई। बदौसा के तुर्रा गांव में एक किशोरी ने दुपट्टे से फंदा लगाकर जान दे दी,वहीं अतर्रा क्षेत्र के मजरा गयादीन पुरवा में युवक ने छत के छल्ले से साड़ी का फंदा लगाकर जान दे दी।बदौसा थाना क्षेत्र के तुर्रा मौजे में मौसी नीतू के यहां रह रही तनु सिंह पुत्री कल्लू सिंह ने गुरुवार की देर शाम घर के मंदिर में लगे बांस पर दुपट्टे से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। घटना के समय परिजन घर पर नहीं थे। उसी गांव में चाय की गुमटी खोले मौसेरे भाई रोहित ने बताया कि घर के बाहर से उसने तनु को आवाज लगाई, लेकिन कोई हरकत नहीं हुई। घर के अंदर पहुंचकर देखा तो शव फंदे पर लटक रहा था।
भाई ने बताया कि तनु के माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है। बड़ा भाई शिवम नशे का आदी है और गांव के मंदिर में रहता है, जबकि छोटा भाई बुआ के यहां पचनेही गांव में रहता है। मौसी नीतू ने तनु को अपने साथ रखा है। मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की। फोरेंसिक टीम ने भी पड़ताल कर नमूने लिए। थानाध्यक्ष बदौसा सुभाष ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला खुदकुशी का है।
दूसरी घटना में अतर्रा क्षेत्र के मजरा गयादीन पुरवा निवासी कमलेश पुत्र रामप्रताप यादव गुरुवार की शाम को पांच बजे मां मखनिया, पिता और पत्नी नीलू संग खेत में काम कर रहा था। शाम को भूख लगने की बात कहकर घर चला गया। घर में उसने कमरे की छत पर छल्ले में साड़ी फंसाकर खुदकुशी कर ली। खेत से घर आई पत्नी नीलू ने दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई हरकत नहीं हुई। पड़ोसी दीवार फांदकर अंदर पहुंचे तो देखा कि युवक का शव फंदे पर लटक रहा था। पिता रामप्रताप ने बताया कि कमलेश की शादी हो चुकी है। वह खेती-किसानी का काम बटाई पर करता था, दो भाइयों में बड़ा था।
चर्चा है कि कमलेश ने कुछ सूदखोरों से कर्ज ले रखा था, भरपाई न होने पर उससे तगादा होता था। वह अपनी आर्थिक स्थिति को लेकर परेशान रहता था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।